घटना शुक्रवार को मुंबई के (पश्चिम) के वीरा देसाई रोड स्थित सिडबी क्वार्टर में सुबह चार बजे से चार बजकर ५४ मिनट के बीच हुई है। मृतक की पहचान संतनकुमार शेषाद्री ५४ के रूप में हुई है। वह स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया में अस्सिस्टेंट जनरल मैनेजर की पोस्ट पर कार्यरत था। ७वें फ्लोर से गिरे शव को देख मॉर्निंग वाक पर गए पड़ोसियों ने फोन कर पुलिस को इसकी सूचना दी। मामले की जांच कर रहे अंबोली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अब्दुल रउफ ने बताया कि घर में पति को मारने के बाद महिला और उसके बेटे ने इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए पति को फ्लैट की बालकनी से नीचे फेंका था।
जांच अधिकारी अब्दुल रउफ ने बताया कि हमने संतनकुमार शेषाद्री की हत्या के आरोप में उनकी पत्नी जयशीला शेषाद्रि ५२ और बेटे अरविंद २६ को अरेस्ट किया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपियों ने कबूल किया कि वे मृतक से तंग आ चुके थे, क्योंकि वह परिवार पर ध्यान नहीं देता था, उन्हें घर खर्च नहीं देता था और अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करता था। जांच में यह भी सामने आया है कि अरविंद ने दो साल पहले इंजीनियरिंग कंप्लीट की है और हायर स्टडीज के लिए कनाडा जाना चाह रहा था, लेकिन संतनकुमार उसे पैसे नहीं दे रहे थे। इसी वजह से गुरुवार शाम को तीनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद मां और बेटे ने मिलकर संतनकुमार को मारने का प्लान बनाया
मुंबई के अंबोली इलाके में शुक्रवार सुबह एक व्यक्ति को उसकी पत्नी और बेटे ने कथित तौर पर इस वजह से मार डाला क्योंकि वो अपने लड़के को कनाडा में पढ़ाई करने जाने के लिए पैसे नहीं दे रहा था.दोनों (मां और बेटे ने) उसे पीट-पीट कर पहले मारने की कोशिश की और जब वो नहीं मरा तो दोनों आरोपियों ने मृतक को इमारत के ७वे मंजिले से नीचे फेंक दिया जिसके बाद शख्स की मौत हो गई.
पुलिस ने पाया कि उसके बेडरूम में खून के दाग थे और कुछ कपड़ों में भी खून लगा हुआ था. मृतक की पत्नी जयशिला से जब पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बयान में बताया कि उसके पति ने २ बार आत्महत्या की कोशिश की है.
पहली कोशिश साल २००५ में की थी, जब वे मुंबई में थे. उस समय वो कूदकर आत्महत्या करना चाहते थे पर किसी ने देख लिया और उसे बचा लिया था. इसके बाद दूसरी कोशिश साल २०११ में की थी जब वो हैदराबाद में रहते थे. उस समय उसने अपने हाथ काटकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. पुलिस ने इस मामले में जयशिला और उसके लड़के अरविंद को गिरफ्तार किया है क्योंकि दोनों का जब बयान लिया जा रहा था, तब दोनों ने अलग-अलग कहानी बताई थी.
पुलिस अधिकारी शेख ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि परिवार में अक्सर झगड़े होते थे और संतनकुमार अलग कमरे में रहता था. उसकी पत्नी और बेटा अलग रहते थे. एक ने बयान में बताया कि संतनकुमार उन्हें पैसे भी नहीं देता था. महीने के १० हजार रुपये मुश्किल से देता था. ऐसे तमाम झगड़ों के चलते इनके बीच कुछ ठीक से नहीं चल रहा था. उन्हें पता था कि वो शुगर का मरीज है और वो दवा खाने के बाद गहरी नींद में सो जाता है जिसके बाद मां बेटे ने सुबह ४बजे का अलार्म लगाया और उठाकर उसे मारना शुरू किया. पहले उसका सिर बेड की लकड़ी पर कई बार पटका और फिर उसके हाथ की नस काटी ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिखा सके. इसके बावजूद जब वो नहीं मरा तब उन लोगों ने उसे ७वीं मंजिल से नीचे फेंक दिया.
बेटे ने अपने बयान में बताया कि उसका पिता बार-बार यह धमकी देता था कि वो आत्महत्या कर लेगा और इन लोगों को उसकी आत्महत्या के आरोप में फंसा देगा. इतना ही नहीं, मृतक के घरवालों ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी उसे किसी से मिलने नही देती थी. मृतक का एक भाई BARC में वैज्ञानिक रह चुका है.
एक और बात पुलिस के सामने आई है कि मृतक को उसकी पत्नी पसंद नहीं थी. उसे इसके साथ शादी नहीं करनी थी और वो जिस तरह से अकेले रहता था उसे देख उन्हें शक होता था कि उसका किसी और के साथ प्रेम संबंध हो सकता है. पुलिस आज इन दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी.