अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में एक पूर्व शोध छात्र (पीएचडी स्कॉलर) ने आरोप लगाया है कि उसे पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करना भारी पड़ा है. दानिश रहीम नाम के छात्र का आरोप है कि उसे एएमयू से जो डिग्री दी गई थी वह वापस मांगी जा रही है.
पूर्व शोध छात्र डॉक्टर दानिश रहीम (Danish Rahim) का आरोप है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के तारीफ करने पर प्रबंधन ने उन्हें पीएचडी की डिग्री वापस करने के लिए नोटिस भेजा है. इसको लेकर उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी को भी पत्र लिखा है. वहीं एएमयू प्रशासन ने आरोपों को निराधार बताया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल दानिश का कहना है कि उन्होंने भाषा विज्ञान (Linguistics) से पीएचडी की और उन्हें पीएचडी की डिग्री 9 मार्च 2021 को अवॉर्ड हुई. पीएचडी मिलने के छह महीने गुजर जाने के बाद 4 अगस्त 2021 को पत्र मिला कि आपको जो डिग्री दी गई है वह गलत है.
दानिश ने कहा कि वह परेशान हो गए. बाद में उन्हें याद आया कि 22 दिसंबर 2020 को उन्होंने देश के पीएम की तारीफ की थी. दानिश ने कहा, ‘देश के पीएम ने एएमयू को एक कार्यक्रम में संबोधित किया था. मैंने उनकी तारीफ की थी. मीडिया में मेरा इंटरव्यू भी चला था.
डॉ. दानिश ने कहा, ‘पीएम की तारीफ करने के बाद से ही मेरे साथ एएमयू में गलत व्यवहार शुरू हो गया था. दानिश का कहना है कि इस वाक्या के कुछ दिन बाद मुझे चेयरमैन ने बुलाया और कहा आप एक स्टूडेंट हैं, आपको इस तरह की बाइट नहीं देनी चाहिए. किसी पार्टी के फेवर में नहीं बोलना चाहिए, आपकी भाषा से और इंटरव्यू से लगता है आप किसी पार्टी के आदमी हो. दानिश का कहना है कि 4 अगस्त 2021 को मेरे खिलाफ एक लेटर जारी कर दिया कि आपको जो भाषा विज्ञान की डिग्री मिली है वो डिग्री आपको गलती से मिल गई है.
दानिश ने आगे बताया कि सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को ईमेल किया है. इसके साथ ही हायर अथॉरिटी यूजीसी और एचआरडी को भी मेल किया है. मैं चाहता हूं जो डिग्री मुझे मिली है वह मेरी कायम रहे. इसके अलावा चेयरमैन की सच्चाई सबके सामने आए.
वहीं एएमयू स्पोक्स प्रोफेसर शैफी किडवे ( AMU Spox Prof Shafey Kidway) ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि आरोप पूरी तरह निराधार हैं. उन्होंने (दानिश) भाषाविज्ञान विभाग के एलएएम (विज्ञापन और विपणन की भाषा) पाठ्यक्रम में एमए और पीएचडी किया, जो भाषाविज्ञान में पीएचडी की डिग्री भी प्रदान करता है. चूंकि उन्होंने एलएएम में एमए किया है, इसलिए उन्हें एलएएम में पीएचडी की डिग्री मिलनी चाहिए.