कई राज्यों में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों को काबू करने के लिए एक बार फिर पाबंदियां लगाई जा रही हैं. फिर से लॉकडाउन की आशंका के बाद मुंबई समेत बड़े शहरों से बड़ी तादाद में प्रवासी अपने-अपने घरों को लौटने लगे हैं। जल्द ही ट्रेन सर्विस के फिर सस्पेंड होने की अटकलों के बाद प्रवासियों में जल्द से जल्द घर पहुंचने की बेचैनी भी बढ़ रही है।
सोशल मीडिया पर ट्रेनों के दोबारा बंद होने की चर्चा तेज हो गई, जिस पर शुक्रवार को रेलवे ने जवाब दिया है. रेलवे मंत्रालय (Ministry of Railways) ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘अभी रेल सर्विस को बंद करने या ट्रेनों की संख्या घटाने का कोई प्लान नहीं है. जो लोग ट्रेन में यात्रा करना चाहते हैं वो कर सकते हैं. उन्हें ट्रेन मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी. अगर प्रवासी मजदूरों के पलायन के चलते ट्रेनों में भीड़ बढ़ती है तो हम तुरंत ट्रेन की संख्या बढ़ा देंगे. गर्मियों में भीड़ को देखते हुए हम कुछ ट्रेनें पहले ही शुरू कर चुके हैं. लोगों को पैनिक करने की जरूरत नहीं है.’
भारी भीड़ को बताया अफवाह
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया पर पहले लॉकडाउन के दौरान के कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि ये वीडियो लोगों को पैनिक क्रियेट कर रहे हैं. ये वीडियो आज के नहीं हैं. इस वक्त रेलवे स्टेशनों पर नार्मल भीड़ है.
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने यात्रियों से कोरोना वायरस से संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट मांगने की बात भी खारिज कर दी। साथ ही उन्होंने कहा कि वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ट्रेनों की आवाजाही रोकने या उसे कम करने के लिए अभी तक महाराष्ट्र से कोई आधिकारिक परिपत्र नहीं मिला है।