कोरोना वायरस की तीसरी लहर (Coronavirus Third Wave) की दस्तक महाराष्ट्र के नागपुर (Nagpur) में हो गई है. इस बात की जानकारी महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नितिन राउत (Nitin Raut) ने दी है और संकेत दिए हैं कि स्थानीय प्रशासन जल्द ही संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए पाबंदियों का ऐलान कर सकता है.
कैबिनेट मंत्री नितिन राउत (Nitin Raut) ने हाल ही में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की थी, जिसमें राजस्व, पुलिस और स्वास्थ्य समेत कई सरकारी विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. बैठक के बाद नितिन राउत ने कहा, ‘नागपुर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर अपने पैर जमा चुकी है, क्योंकि दो दिनों में दोहरे अंक में संक्रमण के मामले देखे गए हैं.’ उन्होंने संकेत दिए हैं कि स्थानीय प्रशासन जल्द ही संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए पाबंदियों का ऐलान कर सकता है.
कोरोना महामारी की पिछली दोनों लहरों में महाराष्ट्र सर्वाधिक प्रभावित राज्य था. दूसरी लहर से उबरने के दौरान ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने राज्य में तैयारियों की बात कही थी. हाल ही में उन्होंने तीसरी लहर को लेकर भी चेतावनी जारी की है.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए नितिन राउत (Nitin Raut) ने कहा, ‘दो से तीन दिनों में अधिकारियों द्वारा तारीख तय करने के बाद दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों पर फिर से प्रतिबंध लगाया जाएगा. प्रतिबंध जरूरी हैं, क्योंकि लोगों के जीवन को बचाना हमारा प्रमुख कर्तव्य है.’
देश के अन्य हिस्सों की तुलना में अगस्त में विदर्भ में कोविड-19 मामलों में तेज गिरावट देखी गई. यहां ज्यादातर दिनों में कोई मौतें नहीं हुई हैं. जिले में कोविड-19 को लेकर लगाई गई पाबंदियों में पूरी तरह 17 अगस्त को ढील दी गई थी. हालांकि, करीब 10 दिन पहले नागपुर म्युनिसिपल कमिश्नर राधाकृष्ण बी ने संक्रमण के सभी नए माामलों के लिए अनिवार्य इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन के आदेश जारी किए थे. यह नियम लागू करने वाला नागपुर पहला शहर था.
नागपुर जिले ने अगस्त में कोविड-19 (Covid-19 in Nagpur) केवल 145 नए मामले आए थे, जबकि महामारी से सिर्फ 2 लोगों की मौत हुई थी. सितंबर महीने में नए मामलों में तेजी देखी जा रही है और अब तक जिले में 42 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं और एक की मौत हुई है. जिले में सोमवार तक 56 एक्टिव केस मौजूद थे.
सोमवार को ही सीएम ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि अगर संभावित तीसरी लहर को लकर जारी चेतावनियों को अनदेखा किया गया, तो राज्य को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. महाराष्ट्र के 72 फीसदी एक्टिव केस पांच राज्यों से आ रहे हैं. इनमें मुंबई और ठाणे जिले का नाम शामिल है.