कोलकाता में बना आधार, एक गिरफ्तार, दो फरार
ठाणे-नोकरी की लालच देकर बांग्लादेशी महिलाओं को छुपे जंगली रास्तो के ज़रिए कोलकता लाने, फर्जी आधार कार्ड बनवाने तथा हवाई मार्ग से मुबई लाकर देह ब्यापार करवाने वाले एक गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. तीन बांग्लादेशी महिलाओं को मुक्त कराकर पुलिस ने एक आरोपी को जहाँ गिरफ्तार कर लिया गया है वही दो फरार है.मुबई पुलिस के मुख्य नियंत्रण कक्ष में एक महिला ने फोन किया और बताया कि एक इमारत के कमरे में उसे बंधक बनाकर रखा गया है औऱ देह ब्यापार के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है. मुबई पुलिस ने यह जानकारी फ़ौरन ठाणे पुलिस को दी. महिला ने बंधक बनाकर रखे जाने का जिस जगह का उल्लेख किया था वह चितलसर-मान पाड़ा पुलिस की सीमा था लिहाजा बारिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र राठौड़ के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया.
जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को धर्मवीर नगर स्थित उस इमारत का पता चल गया. छापेमारी कर पुलिस ने कमरे में बंधक बनाकर रखी गयी 20 से 25 वर्ष आयु की तीन महिलाओं को जहाँ मुक्त करा लिया वही मौके पर मौजूद समीर घोष (42) नामक एक आरोपी को हिरासत में ले लिया. पुलिस पूछताछ में युवतियों ने बताया कि राकी नामक एक युवक उन्हें नोकरी की लालच देकर बांग्लादेश से जंगल तथा नदियों के रास्ते कोलकाता लेकर आया था. कोलकाता में उनका फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया. आधार कार्ड बन जाने के बाद उन्हें हवाई जहाज से मुबई लाया गया और इस कमरे में बंदी बनाकर जबर्दस्ती देह ब्यापार कराए जाने लगा. नोकरी की लालच देकर बंग्लादेशी महिलाओं को मुबई लाने तथा देह ब्यापार करवाने वाले गिरोह के मुख्य मास्टर माइंड राकी तथा गुलाम नामक दो आरोपियों की खोजबीन की जा रही है. देह ब्यापार से जुड़े इस गिरोह के अन्य ठिकाने भी मुबई तथा ठाणे में होने की संभावना जताई जा रही है.