केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को एथेनॉल की कीमतों में 1.47 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़त को मंजूरी दे दी.
सरकार ने बुधवार को 2025 तक फीसदी डोपिंग हासिल करने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दिसंबर से शुरू होने वाले मार्केटिंग ईयर 2021-22 के लिए पेट्रोल में गन्ने से निकाले गए एथेनॉल की कीमत में 1.47 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की.
पेट्रोल में एथेनॉल के अधिक मिश्रण से भारत को अपने तेल आयात बिल में कटौती करने में मदद मिलेगी और गन्ना किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों को भी फायदा होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने दिसंबर 2021 से शुरू होने वाले सप्लाई ईयर के लिए गन्ने के रस से निकाले गए एथेनॉल की कीमत मौजूदा 62.65 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 63.45 रुपये प्रति लीटर कर दिया है.

केंद्र सरकार ने बुधवार को पेट्रोल में मिलाने के लिए गन्ने से बनने वाले एथेनॉल की कीमतों में 1.47 रुपये प्रति लीटर तक का इजाफा करने का फैसला किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों पर केंद्रीय समिति ने दिसंबर 2021 से शुरू हो रहे आपूर्ति वर्ष के लिए एथेनॉल की कीमतों को बढ़ाने का निर्णय लिया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कैबिनेट ने एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल कार्यक्रम के तहत सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों द्वारा एथेनॉल की खरीद के लिए तंत्र को अनुमति दे दी है। इसके साथ ही कैबिनेट ने शर्करा सत्र 2020-21 के लिए अलग-अलग कच्चे माल से बनने वाले एथेनॉल की कीमतों को बढ़ाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
इसके तहत सी हैवी शीरे से बनने वाले एथेनॉल की कीमत 45.69 से बढ़ाकर 46.66 रुपये प्रति लीटर और बी हैवी से बनने वाले एथेनॉल की कीमत 57.61 से बढ़ाकर 59.08 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है। इसलिए गन्ने के रस, चीनी/चीनी सिरप से बनने वाले एथेनॉल की कीमत 62.65 रुपये से बढ़ाकर 63.45 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है।
ठाकुर ने कहा कि भारत की योजना साल 2025 तक पेट्रोल में एथेनॉल का मिश्रण बढ़ाकर 20 फीसदी करने का लक्ष्य है। पेट्रोल में एथेनॉल की अधिक मात्रा मिलाने से भारत को अपने तेल आयात बिल में कटौती करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम से गन्ना किसानों और चीनी मिलों को भी काफी लाभ पहुंचेगा।
जुट पैकेजिंग
इसके साथ ही केंद्रीय कैबिनेट ने जूट पैकेजिंग मैटेरियल अधिनियम, 1987 के तहत जूट वर्ष 2021-22 के लिए जूट पैकेजिंग सामग्रियों के लिए आरक्षण मानकों को अनुमति भी प्रदान कर दी। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने बताया कि यह अनुमति मिलने के बाद 100 फीसदी अनाज और 20 फीसदी चीनी की पैकिंग जूट के थैलों में ही की जाएगी।