पूरी दुनिया में लोग कश्मीर को भारत का स्वर्ग कहते हैं।यह बात देश के प्रसिद्ध शायर अमीर खुसरू ने अपनी एक शायरी में कही थी। कश्मीर भ्रमण के दौरान वहाँ की प्राकृतिक खुबसूरत नज़ारे को देखकर उन्होंने फारसी की शायरी में कश्मीर की तुलना स्वर्ग से किया था।
मैं आज अपने डिआरवी न्यूज़ के दर्शको को आसानी से समझने के लिये उसको हिन्दी तर्जुमा कर के बताने जा रही हूँ।
अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो बस यहीं है और यहीं हैं।उस शायर ने कश्मीर को स्वर्ग का दर्ज दिया था।एक जमाना वह भी था जब पूरी दुनिया के लोग कश्मीर की एक झलक पाने और देखने को आतुर रहते थे।
अपने देश और खासकर कश्मीर के लिये यह बेहद दुखदाई घटना का जिक्र करने जा रही हूँ।जब कश्मीर के भूमि पुत्र कश्मीर में आतंकवाद और आतंकी संगठनों के शिकार कश्मीर के पंडितों को 1990 की 19 जनवरी को हज़ारों की संख्या में वहाँ से रातों रात पलायन करना पड़ा था।तभी से कश्मीरी पंडित हर साल 19 जनवरी को पलायन दिवस के रुप में मनाते हैं।जबकि उन्हें कश्मीर में फिर से बसने के लिये केन्द्र की भाजपा सरकार ने धारा 370 को हटा दिया है।
फिल्म अभिनेता और गायक धर्मेन्द्र खरवार जिनका कोरोना और वैक्सीन पर गाया पहला हिन्दी देश भक्ति गीत पुरे देश में काफी लोकप्रिय हो गया है।इसके अतिरिक्त उनके कई देवी गीत को लोग बहुत चाव से सुनते हैं।वर्तमान भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेता रवि किशन और अभिनेता गायक पवन सिंह के साथ सहनायक की भूमिका में सिनेमा प्रेमियों ने उनको खुब सराहा है। उनकी एक और सबसे बड़ी खासियत यह है कि सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अभिनीत सुपर हिट फिल्म डॉन का गीत, खइके पान बनारस वाला, की नृत्य प्रस्तुति के लिए बिहार के पूर्व राज्यपाल ने पटना में और मुख्य चुनाव आयुक्त दिल्ली में धर्मेन्द्र को सम्मानित कर चुके हैं।
कश्मीरी पंडितों के बारे में उनका क्या कुछ कहना है उनसे ही सुनते है।
सनातन काल से अपने देश में इस समाज को गुरु का दर्ज मिला हुआ है।और गुरु सभी के लिये पूज्यनीय होता है।इस समाज ने हमको शिक्षा और संस्कार देने का काम किया है।कश्मीर से इस समाज के पलायन के बाद कश्मीर की लोकप्रियता में बहुत बड़ी कमी आई है।उसको पुरा करने के लिये कश्मीरी पंडितों को वहाँ फिर से बसाने का काम करना होगा।चूकि देश के वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई मोदी की भाजपा सरकार ने कश्मीर से धारा 370हटाकर यह काम बहुत आसान कर दिया है।