बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बेबाक बयानबाजी से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गया है।सुशांत राजपूत मामले में लगातार कंगना ट्वीट कर चर्चा में है। उनकी बेबाकी के कारण वह शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार के निशाने पर है साथ ही कई बॉलीवुड दिग्गज भी उनका विरोध कर रहे हैं। कई राजनीतिक पार्टियों ने कंगना पर बीजेपी पार्टी की सदस्य होने का भी आरोप लगाया है कि बीजेपी की ही शक्ति के कारण कंगना रनौत इतनी मुखर हो रही है और बड़ी निर्भीकता के साथ अपनी अभिव्यक्ति प्रकट कर रही है। आज उनका ट्वीट सारी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बज़ बना हुआ है। कंगना ने ट्वीट और इंटरव्यू के माध्यम से कहा है कि वह किसी पार्टी से नहीं है। उन्हें दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों से ऑफर भी मिला था कि वे राजनीति में शामिल हो जाये लेकिन उन्होंने यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
हाल ही में बीएमसी द्वारा बांद्रा पाली हिल में बने उनके दफ्तर ‘मणिकर्णिका फिल्म्स’ को अवैध निर्माण की संज्ञा देकर तोड़ दिया गया था। जिससे उन्होंने शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर सीधे आरोप लगाया। महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना की सरकार है और कंगना उसी से भिड़ गई जिसे ध्यान में रखते हुए गृहमंत्रालय द्वारा कंगना को दी गयी वाई प्लस सुरक्षा दिए जाने से पुनः कंगना पर बीजेपी ज्वाइन करने के आरोप लगे। जिसे कंगना ने यह कहकर खारिज कर दिया कि वह कोई भी पार्टी ज्वाईन नहीं कर रही है, ना ही भविष्य में ज्वाइन करने का इरादा है। लेकिन इस घटना के बाद कंगना की माँ आशा रनौत ने बयान दिया है कि वह वर्षों से कांग्रेस पार्टी के साथ थी लेकिन इस समस्या की घड़ी में कांग्रेस पार्टी ने उनकी मदद नहीं की बल्कि बीजेपी ने उनकी सहायता की अतः वे बीजेपी पार्टी के साथ जुड़ रही है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश राज्य की रहने वाली कंगना एक महत्वाकांक्षी महिला है। उसने दिल्ली में रंगमंच से जुड़कर कुछ नाटकों में अभिनय किया।
फिर हीरोइन बनने का ख्वाब लेकर मुम्बई आ गई। 2006 में भट्ट कैम्प की फ़िल्म ‘गैंगस्टर’ से उसने अभिनय पारी की शुरुआत की। फिर फैशन, राज 2, तनु वेड्स मनु, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, क्वीन, काइट्स, कृष 3, जजमेंटल है क्या, मणिकर्णिका, पंगा जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के दम पर बॉलीवुड में विशेष स्थान बनाया। फ़िल्म ‘मणिकर्णिका’ का निर्देशन उन्होंने ही किया। इस समय कंगना का फिल्मी कैरियर बढ़िया चल रहा है और वह अच्छे विषयों पर फ़िल्म कर रही है। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की बायोपिक में भी केंद्रीय भूमिका में है। जयललिता दक्षिण भारत की सफल अभिनेत्री के साथ साथ सबसे सफल राजनेता भी रही हैं। उन्हें दक्षिण भारतीय अम्मा कहकर पुकारते थे। उनकी भूमिका निभाना कंगना के लिए बड़े गर्व की बात है। कंगना ने इससे पहले देशभक्त रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका को निभाकर वाहवाही लूटी है। बॉलीवुड के कई मुद्दों पर विवादित बयानों से कंगना कई राजनेताओं खासकर विपक्ष और उनके समर्थकों के निशाने पर आ गई है। उसके चाहने वाले वीरांगना मानते हैं तो वहीं विरोधियों के लिए वह मेन्टल भी है।
– संतोष साहू