भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को एक इंटरव्यू के लिए धमकाने वाले पत्रकार बोरिया मजूमदार पर बीसीसीआई ने दो साल का बैन लगा दिया है। वे अगले दो साल तक किसी भी घरेलू, नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट मैच का हिस्सा नहीं होंगे। यहां तक कि बीसीसीआई इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी से भी गुहार लगाएगी कि आईसीसी इवेंट में इस खेल पत्रकार को स्टेडियम में घुसने का मौका न मिले।
बीसीसीआई ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की समिति का गठन किया था। समिति ने इस मामले में मजूमदार को दोषी पाया था और अब उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। साहा को भारत की टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर मजूमदार ने उनसे इस मामले पर बात करनी चाही थी, लेकिन साहा के मना करने पर मजूमदार भड़क गए थे और कभी इंटरव्यू न करने की धमकी दी थी।
न्यूज एंजेसी एएनआई ने इस बात की पुष्टि की है कि बीसीसीआई ने पत्रकार बोरिया मजूमदार को रिद्धिमान साहा को धमकाने के लिए दो साल के लिए बैन करने के आदेश जारी किया है।
एक केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी, रिद्धिमान साहा ने 23 फरवरी को अज्ञात पत्रकार (जो बाद में पता चला कि बोरिया मजूमदार थे) के खिलाफ ट्वीट्स की एक सीरीज पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने साहा को धमकी दी थी कि वो उनका करियर खत्म कर सकते हैं। हालांकि, इसके बचाव में बोरिया मजूमदार ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें साहा के ट्वीट्स को डॉक्टर्ड बताया था।
जानकारी के लिए बता दें, रिद्धिमान साहा ने जैसे ही खेल पत्रकार की बदतमीजी को लेकर ट्वीट किया था। वैसे ही वे उनके समर्थन में वीरेंद्र सहवाग, इरफान पठान, हरभजन सिंह समेत तमाम खिलाड़ियों ने ट्वीट किया था और बीसीसीआई से बैन की मांग की थी। इसी क्रम में उनको इसका दोषी पाया गया और बीसीसीआई ने दो साल के लिए बोरिया मजूमदार को बैन कर दिया।