जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भड़काऊ बयान दिया है. एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि आर्यन खान (अभिनेता शाहरुख खान के बेटे) को इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वह मुसलमान है. चार किसानों की हत्या के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे के मामले में निष्पक्ष जांच के बजाय केंद्रीय एजेंसियां 23 साल के लड़के के पीछे इस वजह से पड़ी हैं क्योंकि उसका उपनाम खान है. बीजेपी के कोर वोट बैंक की इच्छाओं को पूरा करने के लिए मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है.
आर्यन खान के वकील सतीश मानशिंदे ने कहा कि, ‘ये बहुत स्वाभाविक है अगर कोर्ट जमानत याचिका खारिज कर दे. हम इसके लिए खिलाफ उच्च न्यायालय में जाएंगे. हमने मुंबई की विशेष एनडीपीएस कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की है.’
आर्यन खान की जमानत याचिका याचिका इस आधार पर दाखिल की गई है कि उसके पास से किसी भी तरह का ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था और आरोपियों के साथ उसकी कोई मिली भगत नहीं थी. साथ ही इस बात का भी कोई सबूत नहीं मिला है कि आर्यन खान ने ड्रग्स का सेवन किया था.