मुंबई, कोरोना काल का लाल साइड इफेक्ट अब ब्लड बैंकों में भी दिखने लगा है। मरीजों को नवजीवन देने वाली ब्लड बैंको में खून की कमी होने के कारण कोविड से संघर्ष करने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। बताया जाता है कि कोरोना काल में सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन नहीं हो पा रहा है। अस्पतालों में कई ब्लड बैंक हैं लेकिन ब्लड डोनर वहां जाने के लिए तैयार नहीं हैं। अकसर लोग रक्तदान शिविरों में ही जाकर रक्तदान करते हैं। लेकिन शिविर बंद होने के कारण मुंबई में खून की कमी हो गई है। इससे पहले भी मुंबई में खून की कमी हो गई थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रयासों के कारण खून की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध कराई जा सकी थी।
वर्तमान में सरकारी ब्लड बैंकों में सबसे कम मात्रा में रक्त की उपलब्धता है। जिसमें लोकमान्य तिलक अस्पताल में सबसे ज्यादा खून की कमी है। तिलक अस्पताल में 280 थैलेसीमिया रोगियों को रक्तदान किया जाता है। जबकि बोरीवली के थैलेसीमिया सेंटर में भी 100 मरीजों को रक्तदान किया जाता है। लेकिन वहां भी पर्याप्त मात्रा में रक्त नहीं है। राज्य रक्त संक्रमण परिषद के संयुक्त निदेशक डॉ. अरुण थोरात ने खून की कमी होना स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं।
खून की उपलब्धता ब्लड बैंक – ए +- बी + – एबी + – ओ +- कूपर – 6 – 2 – 0 – 7 – 15 जीटी – 4 – 2 – 1 – 2 – 9 रेड क्रॉस – 13 – 0 – 0-0-0 – 13 भाभा – 3-0-2-5-10 राजावाड़ी – 5-3-5 – 3-16 कामा – 9-0-0-4-13 शताब्दी – 4-5-6-12-27 केईएम – 30 – 7 – 12 – 8 – 57 जेजे – 31 – 15 – 8-5 – 59 नायर – 5-27-7-20-59 लो. तिलक – 1-0-2-3-6 |