मुंबई-राज्य रक्त संक्रमण परिषद (स्टेट ब्लड ट्रासंफ्यूजन काउंसिल-एसबीटीसी) ने सायन स्थित लोकमान्य तिलक अस्पताल में होने वाली रक्त की कालाबाजारी को गंभीरता से लिया है. थैलेसीमिया के रोगियों को मुफ्त दिए जाने वाले रक्त की बिक्री पर गंभीरता से ध्यान देते हुए अस्पताल के ब्लड बैंक (रक्तपेढी) के प्रमुख से रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि सरकार थैलेसीमिया के जरूरतमंद मरीजों को लगने वाले रक्त को मुफ्त प्रदान करती है. परिषद ने अस्पताल को रक्त की कालाबाजारी मामले पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। चौंकाने वाला बात यह है कि विभाग में वार्डबॉय थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के माता-पिता से रक्त के पैसे ले रहा था। इन बच्चों के गरीब माता-पिता ने इस संबंध में शिकायत की थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रशासन ने भी इसे गंभीरता से लिया है. संबंधित दोषी वार्डबॉय का अन्य विभाग में तबादला कर दिया है। अस्पताल प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि रक्तदान से संबंधित सभी प्रक्रियाएं सुचारू और पारदर्शी होनी चाहिए। जो लोग इस प्रक्रिया में सीधे शामिल नहीं हैं, उन्हें इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। मनपा के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने भी इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
बंद दूध फिर से हुआ शुरू
थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को यहां नियमित रूप से मिलने वाला दूध अन्यत्र दिया जाता था। इसके बाद अब वह भी सुचारू रूप से शुरू हो गया है। यदि रक्त या अन्य कोई भी समस्या है तो माता-पिता को सूचित किया जा रहा है।
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