आज देशभर में कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. भारत के लिए 26 जुलाई का दिन काफी खास है, क्योंकि इस दिन को करगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. 1999 में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ युद्ध जीतने के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले शहीद जवानों के सम्मान में इस दिन को मनाया जाता है.
1999 में कारगिल की पहाड़ियों में लगभग 60 दिनों तक भारत और पाकिस्तान के बीच चले युद्ध में आज ही के दिन भारत की जीत हुई थी. हालांकि इस जीत की बड़ी कीमत देश ने चुकाई थी. हमने युद्ध में 500 से ज्यादा वीर सैनिकों को खो दिया था. इन्हीं वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए 26 जुलाई को देश के अलग-अलग जगहों पर कई कार्यक्रम होते हैं.
कारगिल विजय दिवस को आज पूरे 23 साल हो गए हैं. इस मौके पर देशभर में उस दौर को याद कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. कारगिल विजय दिवस के मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तीनों सेना के चीफ शहीदों को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शहीदों को याद करके श्रद्धांजलि दी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया नमन
करगिल दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी देश के वीर जवानों को नमन किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ‘कारगिल विजय दिवस हमारे सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता, पराक्रम और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है. भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर सैनिकों को मैं नमन करती हूं। सभी देशवासी, उनके और उनके परिवारजनों के प्रति सदैव ऋणी रहेंगे. जय हिन्द!’
PM मोदी ने शहीद जवानों को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कारगिल विजय दिवस के मौके पर देश के वीर सपूतों को नमन किया है. PM मोदी ने कहा कि कारगिल विजय दिवस मां भारती की आन-बान और शान का प्रतीक है. इस अवसर पर मातृभूमि की रक्षा में पराक्रम की पराकाष्ठा करने वाले देश के सभी साहसी सपूतों को मेरा शत-शत नमन.
तीनों सेनाओं के चीफ पहुंचे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक
तीनों सेना प्रमुखों ने इस मौके पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कारगिल विजय दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद हुए जवानों को नमन किया.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कारगिल विजय दिवस पर दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की.
अमित शाह ने वीर सपूतों को याद करते हुए किया नमन
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर वीर सपूतों को याद करते हुए उन्हें नमन किया. गृहमंत्री ने ट्वीट किया कि ‘कारगिल विजय दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है. आज का दिन गौरवान्वित होने के साथ ही हमारे जवानों की वीरता का स्मरण कर उसका सम्मान करने का भी दिन है. अपनी बहादुरी से कारगिल से दुश्मनों को खदेड़कर पुन: तिरंगा लहराने वाले जवानों को हृदय से नमन करता हूं.
जम्मू और लद्दाख के द्रास सेक्टर में सैनिकों को श्रद्धांजलि अपर्ति की गई
कारगिल विजय दिवस की 23वीं सालगिरह पर जम्मू में कारगिल युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को बलिदान स्तम्भ पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. वहीं लद्दाख के द्रास में 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को कारगिल युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि दी गई. लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना का हर जवान देश की सुरक्षा के लिए समर्पित है और किसी भी चुनौती का सामना करने और किसी भी बलिदान के लिए हमेशा तैयार है.
1999 में पाकिस्तानी घुसपैठिए आतंकवादी और सैनिक कारगिल की पहाड़ियों में घुस आए थे. घुसपैठियो को खदेड़ने के लिए भारतीय सैनिकों ने ऑपरेशन विजय की शुरुआत की और एक-एक घुसपैठिए को मौत के घाट उतार. 26 जुलाई 1999 ही वो दिन था जब भारतीय सेना ने कारगिल की पहाड़ियों को घुसपैठियों के चंगुल से पूरी तरह छुड़ा लिया और ऑपरेशन विजय के पूरी तरह से सफल होने की घोषणा की गई. युद्ध करीब 60 दिनों तक चला था और इस दौरान भारत के 527 भारतीय जवान शहीद हो गए थे कारगिल युद्ध को हुए 23 साल हो चुके हैं.