उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग ने राममंदिर क्षत्रे की शराब दुकानों को लेकर बड़ा फैसला किया है. उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर क्षेत्र के आसपास शराब की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं. यह जानकारी आबकारी मंत्री ने विधान परिषद में दी है.
बहुजन समाज पार्टी के सदस्य भीमराव अंबेडकर ने आबकारी दुकान नियम, 1968 में किए गए संशोधनों की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी थी. जिसके जवाब में राज्य मंत्री ने अपना जवाब दिया.
दरअसल, बसपा सदस्य भीमराव अम्बेडकर ने सवाल पूछा था कि क्या अनुसूचित जाति-जनजाति बहुल बस्तियों में सरकारी मदिरा विक्रय केंद्रों को विस्थापित किया जाएगा? इस पर आबकारी मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति बहुल बस्ती के आसपास दुकानों के लाइसेंस पर कोई प्रतिबंध नहीं है. वहां के निवासियों की आपत्तियों पर विचार करने के बाद ही लाइसेंस दिया जाता है.
मथुरा के अलावा यूपी की सांस्कृतिक नगरी कही जानी वाली वाराणसी में भी सरकार ने धार्मिक स्थलों के पास शराब बेचने पर पाबंदी लगा दी है. सीएम योगी ने अफसरों को सख्त आदेश दिए हुए है कि यहां पर काशी विश्वनाथ मंदिर के एक किलोमीटर के दायरे में शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए.
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गर्भ गृह के निर्माण के बाबत पहली शिला रखी. गर्भगृह के शिलापूजन कार्यक्रम में भाग लेने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब मंदिर निर्माण का कार्य और तेज होगा. भगवान श्रीराम का मंदिर राष्ट्रमंदिर बनेगा. योगी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में भक्तों को दर्शन देंगे. कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने मंदिर निर्माण कार्य में लगने वाले आर्किटेक्ट और कारीगरों को भी सम्मानित किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आक्रांताओं ने राम मंदिर पर गलत नीयत से हमला किया था. हमारी 500 वर्षों की तपस्या अब सफल रही है. अब हमें अयोध्या को दुनिया को सबसे सुंदर नगरी के रूप में विकसित करना है. अयोध्या को वैश्विक स्तर पर विकसित किए जाने भी घोषणा सीएम योगी ने इस मौके पर की. उन्होंने कहा कि करीब दो साल पहले रामलला के मंदिर का निर्माण का कार्यक्रम पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू कराया गया था.