पिछले 10 दिनों में 290 बुजुर्गों की हुई मौत, मनपा ने जारी की उनके देखभाल की अपील
मुंबई, संपूर्ण विश्व में कोहराम मचा रहा कोरोना देश में भी तांडव कर रहा है। कई छोटे देशों को पीछे छोड़ चुके महाराष्ट्र में तो कोविड कहर बनकर टूट रहा है। इसका सबसे ज्यादा शिकार वरिष्ठ नागरिकों के साथ कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग हो रहे हैं। मुंबई में कोरोना स्वास्थ्य विभाग के साथ सांप सीढ़ी का खेल, खेल रहा है। कभी किसी क्षेत्र में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ जाती है तो किसी परिसर में कम हो जाती है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा शिकार बुजुर्ग हो रहे हैं। मनपा ने वरिष्ठ नागरिकों और उनके घरवालों से अपील की है कि वे अपने घर के बुजुर्गों का अधिक ध्यान रखें, क्योंकि बुढ़ापे और विभिन्न बीमारियों के कारण वे तेजी से कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। पिछले 10 दिनों में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 290 वरिष्ठ नागरिकों की कोरोना के कारण मौत हो हुई है। वरिष्ठ नागरिकों की मृत्यु दर 40-60 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों की तुलना में ढाई गुना अधिक है।
मुंबई में कोरोना का कहर एक बार फिर से बढ़ गया है। वरिष्ठ नागरिकों और पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों के संक्रमित होने की अधिक संभावना है। इसलिए, 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को महत्वपूर्ण काम के बिना घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। मनपा द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार 7 से 16 सितंबर तक दस दिनों की अवधि के दौरान, 290 वरिष्ठ नागरिकों की मृत्यु कोरोना के कारण हुई। इस दौरान 40 से 60 आयु के 106 लोगों की मृत्यु हुई है। इसमें पुरानी बीमारी से पीड़ित कुछ रोगी भी शामिल हैं। एक दिन में मुंबई में कोरोना से 50 लोगों की मौत हुई थी। जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की संख्या 37 थी। जबकि 40 से 60 आयु वर्ग में 11 और दो लोग 40 वर्ष से कम आयु के थे। मनपा के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती मौत पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि काम के लिए बाहर जाने वाले लोगों को अपने घर में बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वरिष्ठ नागरिकों के साथ संपर्क से जितना संभव हो, बचना चाहिए। घर पर दादा-दादी के साथ दूर से बातचीत करना चाहिए।