कानपुर शहर में बीती तीन जून को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव तथा हिंसा के कारण आज प्रदेश भर में हाई अलर्ट है। कानपुर में धारा 144 लागू की गई है, जबकि अन्य शहरों के सभी थाना क्षेत्र में जुमा की नमाज को लेकर पुलिस की टीमें बेहद सतर्क हैं। आज पुलिस के ख़ुफिया तंत्र को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इंटरनेट मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को लेकर भी पुलिस की साइबर सेल एक्टिव है। जिससे इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक खबर फैलाने वालों पर शिकंजा कसा जा सके। एसीपी स्तर पर पीस कमेटी बनाई गई है जो आज शांति की अपील करेगी।
कानपुर से लेकर काशी, मथुरा, गोरखपुर, मेरठ, आगरा, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर सहित पश्चिमी और पूर्वी यूपी के तमाम शहरों में मस्जिदों के बाहर और संवेदनशील इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नज़र है। कहीं ड्रोन कैमरों की मदद से नज़र रखी जा रही है तो कहीं पुलिस गली-गली में गश्त कर रही है। पुलिस रूट मार्च करके लोगों से अपील कर रही है कि नमाज के बाद रुके नहीं सीधे अपने घरों को लौटें।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर करीब ढाई हजार पुलिसकर्मी 12 कंपनी पीएसी तीन कंपनी अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। उपद्रव प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं यहां की कमान संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी के हाथों में है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। स्थानीय खुफिया इकाई से कहा गया है कि वह इस पर नजर रखें कि लोग अनावश्यक भीड़ न लगाएं।
उधर, कल शाम गोरखपुर दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपद्रवियों को दो टूक संदेश दिया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को जुमे पर कड़े सुरक्षा इंतजामों का निर्देश देते हुए कहा कि खुद सुनिश्चित करें किसी को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
बताया जा रहा है कि इस बंदी के चलते एक दिन में ही करोड़ों रुपयों का नुकसान हो गया है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए डीएम रवि रंजन, एसएसपी आशीष तिवारी सहित पूरा पुलिस प्रशासन लगातार शहर में भ्रमण करके जायजा ले रहा है। शहर के संवेदनशील इलाकों के ऊपर कैमरों से लैस ड्रोन उड़ रहे हैं। करबला, नगला बरी, रसूलपुर, थाना दक्षिण क्षेत्र, रामगढ़ क्षेत्र में लगातार ड्रोन कैमरों से छतों, गलियों पर नजर रखी जा रही है। कहीं भीड़ एकत्रित तो नहीं हो रही इस पर सबसे ज्यादा नजर है।
गुरुवार को इंटरनेट मीडिया में जमीयत-उल-ओलमा-ए-हिंद के नाम से भारत बंद के एलान की अफवाह इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद से वाराणसी में पुलिस अलर्ट मोड में है। अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को भी अलर्ट किया गया है।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के क्रम में ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली संस्था अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के साथ ही बुनकरों की संस्था बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी कमेटी की ओर से अपील जारी कर शांति व्यवस्था बनाए रखने और अफवाहों पर जरा सा भी ध्यान ना देने का आग्रह किया गया है।
आगरा में आज जुमे की नमाज को लेकर पुलिस हाईअलर्ट पर है। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में पैदल गश्त की है। दोपहर में यह प्रक्रिया एक बार फिर होगी। इसके साथ ही सभी संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। जिले के संवेदनशील इलाकों में मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई है। सुबह से पुलिस फोर्स और अधिकारी अलर्ट हैं।
बीती तीन जून को रणक्षेत्र में बदल गया था कानपुर
कानपुर में 3 जून को जब हिंसा हुई उस वक्त वहां से चंद किलोमीटर की दूरी पर कानपुर देहात के गांव परौंख में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मंच पर मौजूद थे। पत्थरबाजी, बमबाजी और लाठीचार्ज से सड़कें रणक्षेत्र में बदल गईं। कथित तौर पर भाजपा नेता नुपुर शर्मा के एक बयान को लेकर हुई हिंसा ने कई सवाल खड़े कर दिए।