भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में शामिल एक गिरोह के दो सदस्यों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दोनों के पास से भारी मात्रा में फर्जी प्रमाणपत्र बनाने की सामग्री जब्त की है। यह कार्रवाई मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच कक्ष 2 ने की है। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों ने सैकड़ों लोगों को फर्जी प्रमाणपत्र दिए हैं और उसकी जांच चल रही है। मुनावर अहमद सैयद (34) और हसमुद्दीन खैरुद्दीन शाह (33) ऐसे गिरफ्तार किये हुये दोनो का नाम है । मुनव्वर धारावी में और हसमुद्दीन चेंबूर में रहनेवाला है, ये दोनों 12 वीं तक पढ़े है और दोनों एक बड़े मॉल में काम कर रहे थे। कंप्यूटर ज्ञान रखने वाले दोनों ने पिछले कुछ वर्षों से फर्जी प्रमाण पत्र बनाना शुरू कर दिया था।
पुलिस को संदेह है कि दोनों ने वर्ष के दौरान भारत में विभिन्न विश्वविद्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों के सौ से अधिक लोगों को फर्जी प्रमाण पत्र दिए थे।ये दोनों फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कर रहे हैं, इसकी जानकारी मुंबई पुलिस के अपराध शाखा कक्ष 2 के प्रभारी पो. नि. संजय निकुंभे को मिली ।इस जानकारी के आधार पर, कक्ष 2 की टीम ने फर्जी ग्राहक बनाकर प्रमाण पत्र बनाने के लिए कहा। दोनों ने गुरुवार दोपहर को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स एमएमआरडीए ग्राउंड में फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर पुलिस द्वारा फर्जी ग्राहक बनाकर बुलाया था।इस बीच, प्रभारी पो. नि. संजय निकुंभे, पोनी अर्जुन जगदाले, मिलिंद काठे, सपोनी, संतोष सालुंके, पौनी सतीश लोहकरे और टीम के मार्गदर्शन में टीम ने मौके पर एक जाल बिछाया और दोनों को फर्जी प्रमाणपत्र के साथ गिरफ्तार कर लिया।
यह पता चला है कि इन दोनों ने हाल ही में 15 से 20 लोगों के लिए फर्जी प्रमाणपत्र तैयार किए हैं और प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए 10,000 रुपये से 15,000 रुपये लिए हैं।पुलिस ने दोनों के घरों पर छापा मारा है और प्रमाण पत्र बनाने के लिए सामग्री जब्त की है।पुलिस ने कहा कि उन 15 लोगों के बारे में जानकारी मिली है, जिन्होंने दोनों फर्जी प्रमाण पत्र दिए थे और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। कक्ष 2 के प्रभारी पोनि संजय निकुम्भ ने बताया कि वक्त आने पर इस मामले में फर्जी प्रमाण पत्र का दुरुपयोग करने वाले को गिरफ्तार किया जाएगा।दोनों को फर्जी दस्तावेजों के साथ धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।