रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के 5वें दिन बातचीत को लेकर सहमति बन गई है. यूक्रेन और रूस के पड़ोसी देश बेलारूस में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल की बातचीत सोमवार दोपहर भारतीय समयानुसार 3:30 बजे हो सकती है। पूरी दुनिया की निगाह इस वार्ता पर है. इसको लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि शायद आज इस युद्ध को रोकने के लिए कोई हल निकाला जा सके.
बेलारूस सरकार की ओर से इस बातचीत की तैयारी की गई है. बेलारूस के विदेश मंत्रालय की ओर से इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी गई है. विदेश मंत्रालय ने बातचीत के वेन्यू की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत के लिए सब कुछ तैयार है. प्रतिनिधिमंडलों के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है.’
यह बातचीत बेलारूस के शहर गोमेल में होने वाली है. रूस ने पहले ही अपने प्रतिनिधिमंडल को भेज दिया था और यूक्रेन को बातचीत के लिए आने का न्योता दिया था. अब इसे यूक्रेन ने भी स्वीकार कर लिया है और उनका प्रतिनिधिमंडल बेलारूस पहुंच गया है.
इस बीच रूसी मामलों को समझने वाले जानकारों का कहना है कि दोनों देशों का बातचीत की मेज पर आना सकारात्मक है और इसके बेहतर परिणाम दिख सकते हैं. दरअसल यूक्रेन ने बेलारूस की बजाय हंगरी, रोमानिया या फिर तुर्की में ही बातचीत की शर्त रखी थी. लेकिन अब उसने बेलारूस में ही बातचीत को स्वीकार कर लिया है.
रूस और यूक्रेन की बीच थोड़ी देर में बातचीत होने जा रही है. हालांकि, यूक्रेन बिल्कुल भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. वार्ता से ठीक पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वेलोदिमिर जेलेंस्की का बयान सामने आया है. उन्होंने रूसी सैनिकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि, अपनी जान बचाओ और देश छोड़कर चले जाओ.
अबतक देखा जाए तो बेलारूस इस जंग में रूस की तरफ रहा है. सुबह यह भी जानकारी थी कि यूक्रेन पर हमले में बेलारूस रूस का साथ दे सकता है. अबतक लड़ाई में बेलारूस सीधे तौर पर सामने नहीं आया था. लेकिन रूस ने आज सुबह यूक्रेन के Zhytomyr एयरपोर्ट पर जो हमला किया था इसमें Iskander मिसाइल का इस्तेमाल हुआ था. यह एयर स्ट्राइक बेलारूस की तरफ से छोड़ी गई थी. बेलारूस ने कहा था कि वह अपने इलाके का इस्तेमाल रूस को एयर स्ट्राइक के लिए नहीं करने देगा, बावजूद इसके ऐसा हुआ. Zhytomyr में हुए हमले में पुरानी इमारत को भी नुकसान पहुंचा था. यहां एक सिनेमा भी हुआ करता था.
अमेरिका के खुफिया अधिकारियों का मानना है कि बातचीत अगर पटरी पर नहीं जाती है तो बेलारूस इस लड़ाई में कूद सकता है. फिलहाल तक स्थिति यह है कि रूस से इस लड़ाई को जितना आसान समझा था, यह उतनी निकली नहीं. यूक्रेन की तरफ से रूस के जवानों को कड़ी टक्कर मिल रही है. यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूस अबतक कंट्रोल नहीं कर पाया है.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज पांचवा दिन है. अब यूक्रेन को दूसरे देशों से मदद मिलनी भी शुरू हो गई है. अमेरिका यूक्रेन के लिए 500 स्टिंगर मिसाइल, हथियार भेज रहा है. यूक्रेन का दावा है कि रूसी हमले में अबतक उसके 352 लोगों की मौत हो चुकी है, वही 1,684 लोग घायल हैं.
दूसरी तरफ यूक्रेन का दावा है कि उसने युद्ध में अबतक रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है. 27 फरवरी तक रूस के 4,500 सैनिकों को मारने के अलावा करीब 150 टैंक, 700 सैन्य वाहन, 60 फ्यूल टैंक, 26 हेलिकॉप्टर्स नष्ट करने का दावा किया जा रहा है.