भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने संयुक्त रूप से नेपाल में रुपे लॉन्च किया। दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से भारत की अनुदान सहायता के तहत निर्मित जयनगर (भारत) और कुर्था (नेपाल) के बीच सीमा पार यात्री ट्रेन सेवाओं का उद्घाटन किया।
दोनों देशों ने रेलवे और ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के बीच हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई। इस दौरान भारत-नेपाल ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया।
भारत-नेपाल के बीच ट्रेन सेवा शुरू
आठ वर्षों बाद भारत-नेपाल के बीच रेल सेवा 2 अप्रैल से शुरू हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी और नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस से रिमोट दबाकर ट्रेन को रवाना किया। इससे पूर्व दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने बैठक भी की। इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच भी बातचीत हुई। यात्रियों के लिए रेल सेवा कल यानी 3 अप्रैल से शुरू होगी।
पीएम नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रेल सेवा का उद्घाटन किया। ये रेल सेवा बिहार के जयनगर से नेपाल के जनकपुर होते हुए कुर्था तक जाएगी। हालांकि यात्रियों के लिए ये सेवा 3 अप्रैल से शुरू होगी। भारत और नेपाल के बीच रेल सेवा कुल 34.9 किलोमीटर लम्बी होगी। इस दौरान यात्रियों को अपने साथ पासपोर्ट रखना अनिवार्य होगा। रेल सेवा के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा रेल सेवा शुरू होने से दोनों देशों के बीच निकटता आएगी।
नेपाल में स्वदेशी पेमेंट कार्ड रुपे की शुरुआत
पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल में ‘RuPay’ कार्ड की शुरुआत हमारी अर्थव्यवस्था की कनेक्टिविटी में एक नया अध्याय जोड़ेगी। अन्य प्रोजेक्ट जैसे नेपाल पुलिस एकेडमी, नेपालगंज में ई- इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट, रामायण सर्किट आदि भी दोनों देशों को और करीब लाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम देउबा जी और मैंने व्यापार और सभी प्रकार से क्रॉस बोर्डर कनेक्टिविटी के पहल को प्राथमिकता देने पर भी सहमती जताई है। उन्होंने कहा कि जयनगर-कुर्था रेल लाइन की शुरुआत इसी का एक भाग है। दोनों देशों के लोगों के बीच सुगम, बाधारहित आदान-प्रदान के लिए ऐसी योजनाएं बेहतरीन योगदान देंगी।
दोस्ती की ऐसी मिसाल कहीं और नहीं मिलती
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल की दोस्ती, हमारे लोगों के आपसी सम्बन्ध, ऐसी मिसाल विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलती। हमारी सभ्यता, हमारी संस्कृति, हमारे आदान-प्रदान के धागे, प्राचीन काल से जुड़े हुए हैं। अनादिकाल से हम एक-दूसरे के सुख-दुःख के साथी रहे। उन्होंने कहा कि भारत शांति, समृद्धि और विकास के लिए नेपाल की यात्रा में एक मजबूत साथी रहा है और रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि नेपाल अपनी सरप्लस बिजली भारत को निर्यात कर रहा है। इसका नेपाल की आर्थिक प्रगति में अच्छा योगदान रहेगा।
पंचेश्वर परियोजना में तेजी पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम दोनों सहमत हैं कि हमें बिजली क्षेत्र में सहयोग के अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए। हमारा पावर कॉर्पोरेशन पर संयुक्त स्टेटमेंट भविष्य में ब्लू प्रिंट साबित होगा। हमने पंचेश्वर परियोजना में तेज़ गति से आगे बढ़ने पर ज़ोर दिया है। भारतीय कंपनियों द्वारा नेपाल के हाइड्रो पावर डेवलपमेंटपरियोजनाओं में अधिक भागीदारी के विषय पर भी सहमति व्यक्त की है। पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा जी भारत के पुराने मित्र हैं, भारत-नेपाल संबंधों के विकास में देउबा जी की अहम भूमिका रही है।
संयुक्त बयान में भारत की तारीफ
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक संयुक्त बयान जारी किया। देउबा ने कहा कि मैं वास्तव में नेपाल और नेपाली लोगों के लिए आपके प्यार और स्नेह की प्रशंसा करता हूं और मेरी आज की यात्रा इन सहज भावनाओं को और आगे बढ़ाएगी। देउबा ने कहा कि भारत के साथ नेपाल के संबंध ‘अत्यंत महत्वपूर्ण’ हैं। काठमांडू में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद पिछले साल जुलाई में पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनने के बाद देउबा की यह पहली द्विपक्षीय विदेश यात्रा है।