अब जमाखोरों के निकलेंगे आंसू
मुंबई-पिछले दिनों प्रदेश में हुई बेमौसम बरसात से किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है. इसी की आड़ में जमाखोरों ने प्याज को अपने गोदामों में छिपाकर इसकी मनमानी कीमतें वसूलनी शुरू कर दी जिससे खुदरा बाजारों में प्याज 100 रूपये किलो तक जा पहुंचा। इससे पहले की आम जनता की आंखों से प्याज के आंसू निकलते, सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करने का फैसला कर लिया। नवी मुंबई के वाशी स्थित कृषि उत्पन बाजार समिति (एपीएमसी) की प्याज मंडी में गुरुवार को 125 गाड़ियों की आवक हुई।
इससे प्याज की मांग के मुकाबले आपूर्ति बढ़ने से कीमतों में 30 से 40 रुपये प्रति किलो तक की कमी आई है।राज्य में हुई बारिश के कारण वाशी के एपीएमसी की प्याज मंडी में प्याज की आवक अचानक कम हो गई थी, प्याज की मांग अधिक होने से कीमतों में तेजी आ गई थी। सिर्फ 7 दिन में प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो तक हो गई थी। इसे देखते हुए ईरान से भी प्याज का आयात किया गया। इस बीच, गुरुवार को मंडी में 125 गाड़ियों से आवक हुई। गुरुवार को 60 रुपये प्रति किलो प्याज बेचा गया।
कमी बताकर कीमत बढ़ाई
भाजी मार्केट के जानकारों के अनुसार जमाखोर थोक व्यापारियों ने प्याज की मांग अधिक और आवक कम होना बताकर कीमतों में बढ़ोतरी की थी। जमाखोरों की इस मंशा को भांपते हुए सरकार ने नाफेड, इजिप्ट और ईरान से प्याज का आयात किया। इसका असर बाजार पर पड़ा. प्याज की मांग कम और आपूर्ति ज्यादा होने के कारण जमाखोरों को भी अपनी प्याज बाहर निकालना पड़ा है। नतीजतन कीमतों में गिरावट हुई है.