गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनावों के नतीजे गुरुवार 8 दिसंबर को घोषित किए गए. इस दौरान गुजरात में बीजेपी ने एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बहुमत हासिल की है. इस बीच लगातार चर्चा में रही आम आदमी पार्टी गुजरात में तो कुछ सीटें निकालने में कामयाब रही, लेकिन हिमाचल मे पार्टी का खाता तक नहीं खुला.
गुजरात में बड़ी जीत का दावा करने वाले अरविंद केजरीवाल हार के बाद भी खुश नजर आए. उन्होंने गुजरात के लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि अगली बार आपके आशिर्वाद से बीजेपी के किले को फतह करने में कामयाब होंगे. दरअसल, आप को गुजरात में 13 प्रतिशत वोट मिले हैं, जिसके बाद इसके राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह आसान हो गई है. हालांकि ऐलान निर्वाचन आयोग द्वारा किया जाना बाकी है.
इसको लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा, जितने वोट आम आदमी पार्टी को गुजरात चुनाव में मिले हैं, उस हिसाब से कानूनन आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन रही है. यह बहुत बड़ी बात है. देश में बहुत कम पार्टियां हैं, जिनको राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है. चंद पार्टियों में अब आपकी आम आदमी पार्टी भी शामिल है.
उन्होंने कहा कि महज 10 साल पहले आम आदमी पार्टी छोटी सी पार्टी थी. एक जवान पार्टी, जिसे अभी सिर्फ 10 साल हुए हैं, उसकी दो राज्यों में सरकार है. लेकिन वह राष्ट्रीय पार्टी बन रही है और लोग जब यह सुनते हैं तो दांतों तले उंगली दबा लेते हैं. यह बहुत ही आश्चर्यजनक उपलब्धि है. गुजरात के लोगों से खासतौर पर शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. जब भी गुजरात आया, आप लोगों से बहुत प्यार मिला, सम्मान मिला, विश्वास मिला, उसका मैं जिंदगी भर आभारी रहूंगा.
उन्होंने कहा गुजरात के लोगों से मुझे बहुत कुछ सीखने के लिए मिला. गुजरात एक तरह से बीजेपी का गढ़ माना जाता है, आपको भेदने में सफल हुए. आज गुजरात में हमें 13% के लगभग वोट मिला है. अब तक 39 लाख वोट के करीब हमें मिल चुके हैं. इतने लोगों ने हमारे ऊपर भरोसा किया और पहली बार हम को वोट दिया. इतना प्रेम देने के लिए मैं सभी लोगों का आभारी हूं.
उन्होंने कहा कि हमें पॉजिटिव राजनीति करनी है. हम शरीफ लोग हैं, ईमानदार लोग हैं और देशभक्त लोग हैं. यही पहचान हमें बनाकर रखनी है. गुजरात में मेहनत करने वाले सभी कार्यकर्ताओं को शानदार कैंपेन करने के लिए बधाई. गुजरात के सभी कार्यकर्ता थोड़े दिन आराम कर लें, उसके बाद फिर से ही हमें काम पर लगना है.
उन्होंने कहा एक बात ध्यान रखें कि चुनाव आते जाते रहेंगे, हम राजनीति में सेवा करने के लिए आए हैं. वह सेवा बंद नहीं होनी चाहिए. ऐसा नहीं कि चुनाव हो गया तो हम अपने अपने घर चले जाएं. अपने समाज गांव और मोहल्ले की सेवा करते रहो. कहीं कोई दुखी हो चाहे वह किसी भी पार्टी का हो, हमेशा सेवा करनी है चाहे वोट मिले या ना मिले. अच्छा काम करोगे तो वह भी मिलेंगे, केवल वोट के लिए काम नहीं करना है.
कैसे मिलता है राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
नाम से ही स्पष्ट है कि राष्ट्रीय पार्टी वो राजनैतिक पार्टी होती है, जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर उपस्थिति होती है. वहीं क्षेत्रीय पार्टियों की एक राज्य या क्षेत्र में ही मौजूदगी होती है. चुनाव आयोग के अनुसार, भारत में किसी भी राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए 4 या उससे ज्यादा राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी होना जरूरी है. साथ ही पार्टी को पिछले लोकसभा या विधानसभा चुनाव में कम से कम 6 फीसदी वोट मिलने चाहिए. साथ ही पिछले लोकसभा चुनाव में उसके कम से कम 4 सांसद होने चाहिए.
अगर किसी ने पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कम से कम 3 राज्यों में कुल सीटों में से 2 फीसदी सीटें जीती हैं तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है. मतलब 543 लोकसभा सीटों में से 11 लोकसभा सीटें जीतने पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाता है.
आम आदमी पार्टी की बात करें तो यह पार्टी दिल्ली और पंजाब में सत्ता पर काबिज है. वहीं गोवा विधानसभा चुनाव में आप को 6.77 फीसदी वोट मिले थे. अब गुजरात में भी 13 फीसदी वोट शेयर पाकर आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनने की शर्तों को पूरा कर चुकी है. हिमाचल प्रदेश में आप को सिर्फ1 फीसदी वोट शेयर मिल सका.