ठाणे :देश भर में भले ही जून से मिशन बिगेन शुरू किया गया है लेकिन महाराष्ट्र में अनलॉक करने को लेकर जल्दबाजी नहीं किया जाएगा. उक्त मत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने व्यक्त की. उन्होंने राज्य सरकार की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि पहले सभी शुरू किया और फिर बाद में बन करने का समय नहीं आने देना है. इसलिए जब तक पूरी तरह से विश्वास नहीं हो जाता तब तक अनलॉकचा निर्णय नहीं लिया जाएगा. साथ ही ठाकरे ने कहा कि कोरोना नियंत्रण में आ रहा है जोकि अच्छी बात है लेकिन कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है इसलिए किसी भी प्रकार के गफलत में न रहने का आवाहन भी किया. सोमवार को ठाणे शहर आये मुख्यमंत्री ने मनपा मुख्यालय में कोरोना को लेकर ठाणे ,केडीएमसी और नवी मुंबई मनपा के आयुक्त के साथ बैठक की. करीब साढ़े तीन घंटे चली बैठक में मुख्यमंत्री ने कोरोना को लेकर ठाणे मनपा द्वारा की गयी उपाय योजना के कामकाज पर समाधान व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने इसको लेकर किसी भी प्रकार की निधि की कमी न होने देने की बात बैठक में कही.
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ,ठाणे जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ,राज्य के गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ,मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार अजोय मेहता,राज्य के मुख्य सचिव संजय कुमार ,स्वास्थ्य सचिव प्रदीप व्यास , सांसद श्रीकांत शिंदे ,विधायक प्रताप सरनाईक ,निरंजन डावखरे तथा संजय केलकर और ठाणे मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा सहित तीनों मनपा के अधिकारीगण मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों से कहा कि कोरोना को लेकर रुकना नहीं है बल्कि कोरोना के खिलाफ शुरू लड़ाई को जारी रखना है. ठाकरे ने कहा कि अगली बार वे जब ठाणे आएँगे उस समय शहर कोरोना मुक्त रहेगा तो उन्हें बहुत अच्छा लगेगा. ठाणे मनपा के बल्लाल सभागृह में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने आयुक्त डॉक्टर विपिन शर्मा से ठाणे शहर में की गयी उपाय योजना की जानकारी लेने के बाद उनके द्वारा किये गए कार्यों को लेकर समाधान व्यक्त किया. लेकिन इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मनपा अधिकारियों को चेतावनी दी की वे गफलत में न रहें ,त्यौहार का दिन शुरू है ऐसे में कोरोना का प्रादुर्भाव वापस बढ़ सकता है. ठाकरे ने अधिकारियों से हमेशा सतर्क रहने को कहा.