मध्यप्रदेश के मंदसौर में धर्म परिवर्तन का एक मामला सामने आया है, जिसमें जिले के रहने वाले मुस्लिम व्यक्ति ने हिंदू धर्म अपनाया है. हिंदू धर्म अपनाने वाले शेख जफर अब चैतन्य सिंह राजपूत के नाम से पहचाने जाएंगे.
पशुपतिनाथ मंदिर में उनके धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान स्थानीय विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, सांसद सुधीर गुप्ता और मुंबई से आए महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती विशेष रूप से उपस्थित थे। 46 साल के शेख को महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती द्वारा विधि-विधान से पूजन हवन कर हिंदू धर्म की दीक्षा दी गई। इस दौरान उन्हें गोबर और गोमूत्र से स्नान भी करवाया गया।
हिंदू धर्म में आस्था के चलते जफर ने धर्म परिवर्तन का निर्णय लिया था। धर्म परिवर्तन के बाद शेख जफर ने कहा कि मुझ जैसे कई लोग जो घर वापसी करना चाहते हैं उनको प्रोत्साहित करूंगा।
मंदसौर से विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि जफर शेख का हिंदू मान्यताओं की ओर रुझान था। वे नवरात्रि में व्रत भी रखते हैं और मुस्लिम धर्म के अनुयायी होने के बावजूद हिंदू धर्म में आस्था रखते थे। उन्होंने आज हिंदू धर्म को स्वीकार किया है, मैं उनका स्वागत करूंगा। अब वे चैतन्य सिंह राजपूत के नाम से जाने जाएंगे।
महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती ने कहा कि यह धर्म परिवर्तन नहीं है, घर वापसी है। भारत में जितने भी मुसलमान हैं वे मूल रूप से हिंदू थे और परिवर्तित हुए थे। ऐसे में शेख जफर की हिंदू धर्म में घर वापसी हुई है।
वहीं हिंदू धर्म अपनाने के बाद शेख जफर ने कहा- यह घर वापसी है। बचपन से ही मेरा झुकाव हिंदू धर्म की ओर था, इसी वजह से मैंने हिंदू धर्म की युवती से शादी की थी। नकी पत्नी का नाम शारदा यादव है। अब तक मैं खुद को अधूरा महसूस कर रहा था, लेकिन अब हिंदू धर्म अपनाने के बाद मैं पूर्ण रूप से हिंदू हो गया हूं। इससे मुझे शांति का अनुभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि वो प्रयास करेंगे कि उन जैसे बहुत से लोग घर वापसी की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे लोगों को वो प्रोत्साहित करेंगे ताकि वे घर वापसी कर सकें।
उन्होंने कहा कि घर में खुला माहौल है और देश के संविधान के अनुरूप सभी अपने मर्जी से किसी धर्म के प्रति आस्था रख सकते हैं इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए और अगर होती है तो वह कट्टरता है। विश्व में सभी सनातनी लोग थे लेकिन बाद में अलग-अलग धर्मों में बैठ गए, उन्हें शुरू से ही हिंदू धर्म से गहरा लगाव है इसी के चलते वे खुद को अधूरा सा महसूस करते थे। अब धर्म परिवर्तन के बाद वे पूर्ण रूप से हिंदू है और शिव भक्त भी।