एमसीडी टिकट बिक्री मामले में आम आदमी पार्टी विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी पूछताछ के लिए दिल्ली सरकार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के आफिस पहुंच गए। और पूछताछ की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
एसीबी की पूछताछ में शामिल होने से पहले विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि वह व्यक्ति (गोपाल खारी) खुद एक बिचौलिए के रूप में शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि गोपाल खारी के खिलाफ कम से कम 50 मामले दर्ज हैं। मैं ऐसे लोगों के खिलाफ बोलना जरूरी नहीं समझता। कानून अपना काम करेगा।
बुधवार को एसीबी ने कमला नगर वार्ड (69 नंबर) के एमसीडी टिकट को 90 लाख रुपए में कथिततौर पर बेचने के आरोप में आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के एक रिश्तेदार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। चूंकि शिकायतकर्ता द्वारा उनके नाम का उल्लेख किया गया था, त्रिपाठी को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। जांच एजेंसी ने गुरुवार सुबह 11 बजे आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से पूछताछ शुरू कर दी है।
आरोप है कि कमला नगर वार्ड-69 महिला आरक्षित सीट से पत्नी शोभा खारी को टिकट दिलाने के लिए गोपाल खारी और आम आदमी पार्टी के 2 विधायकों के बीच 90 लाख रुपये में सौदा हुआ था। इसके लिए एडवांस के तौर पर गोपाल खारी ने माडल टाउन से विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी को 35 लाख और वजीरपुर के विधायक राजेश गुप्ता को 20 लाख रुपये दिए थे। बावजूद इसके उन्हें टिकट नहीं मिला।
गोपाल खारी की शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने अखिलेशपति त्रिपाठी के साला ओम सिंह, पीए शिव शंकर पांडे उर्फ विशाल पांडे और खास सहयोगी प्रिंस रघुवंशी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद बुधवार को तीनों आरोपितों को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया, जहां से ओम सिंह और शिव शंकर पांडे को दो दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया गया, जबकि प्रिंस को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अब अखिलेशपति त्रिपाठी व राजेश गुप्ता को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।