प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ अहम बैठक खत्म हो गई है. बैठक करीब साढ़े तीन घंटे चली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से बुलाई गई इस बैठक में जम्मू कश्मीर के 8 राजनीतिक दलों के 14 नेताओं को बुलाया गया था. इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, एनएसए अजित डोभाल के अलावा कुछ अन्य बड़े अधिकारी भी शामिल हुए. 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 और 35A हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद पीएम मोदी की राज्य के सभी दलों के नेताओं के साथ यह पहली मुलाकात हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है. इसी के साथ उन्हें ये भी आश्वासन दिया कि चुनावों के बाद जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा. माना जा रहा है कि पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के विकास समेत परिसीमन और अन्य मुद्दों पर स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा की. सूत्रों के मुताबिक बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा हुई-
-केंद्र की ओर से प्राथमिकता के आधार पर परिसीमन पर चर्चा हुई
-जम्मू-कश्मीर के नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है
-जम्मू-कश्मीर के नेातओं को आश्वासन दिया गया है कि चुनाव के बाद इसे राज्य का दर्जा दिया जाएगा
-पीएम मोदी ने आश्वासन दिया है कि जम्मू-कश्मीर में कोई डेमोग्राफिक चेंज नहीं होगा
-जम्मू-कश्मीर के नेताओं को आश्वासन दिया गया कि भूमि और रोजगार सुरक्षा दी जाएगी
-बैठक खत्म होने के बाद अल्ताफ बुखारी ने कहा, बैठक में परिसीमन और कश्मीर के विकास को लेकर चर्चा हुई. अल्ताफ बुखारी ने कहा कि वार्ता आज अच्छे माहौल में हुई। हर किसी ने अपना दर्द सुनाया. प्रधानमंत्री ने सभी नेताओं के मुद्दे सुने। उन्होंने कहा, संविधान के दायरे मे रहकर सबने बात रखी है. पीएम मोदी ने कहा, कि परिसीमन प्रक्रिया खत्म होने पर चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पीएम ने सभी को परिसीमन प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कहा। हमें भरोसा दिलाया गया है कि यह चुनाव का रोडमैप है। पीएम ने यह भी कहा कि हम राज्य की बहाली के लिए प्रतिबद्ध हैं।
-बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, पहले तो मैं अपने साथियों का शुक्रिया करता हूं. कांग्रेस की तरफ से इस मीटिंग में 5 बड़ी मांगे रखी गई जिसमें राज्य का दर्जा देने की मांग भी शामिल थी. उन्होंने कहा, स्टेट हुड बहाल करने का इससे अच्छा समय नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने बैठक में कश्मीरी पंडितों को घाटी में बसाने की बात भी कही. केंद्र सरकार जल्द से जम्मू-कश्मीर में चुनाव करवाएं.
-बैठक खत्म होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सभी नेताओं को जम्मू-कश्मीर में विकास के कार्यक्रमों की जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए कटिबद्ध है.
-वहीं, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने कहा कि बैठक बेहद सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई। हम बैठक से काफी सकारात्मक निकले हैं। हमें उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए कुछ बेहतर होगा।