उत्तराखंड का जोशीमठ भू धंसाव की वजह से परेशानियों में है। इस वक्त जोशीमठ में राहत कार्य चल रहा है। इस बीच मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने जोशीमठ प्रशासन की चिंताओं और बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने कहा है कि जोशीमठ के निवासियों के लिए अगले चार दिन बहुत कठिन रहने वाले हैं।
मौसम विभाग ने कहा है कि, अगले चार दिन 19, 20, 23 और 24 जनवरी को जोशीमठ समेत चमोली, पिथौरागढ़ आदि शहरों में जोरदार बारिश और बर्फबारी होने की आशंका है। ये चार दिन जोशीमठ के लिए बेहद कठिन गुजरने वाले हैं। मौसम विभाग का कहना है कि, इन चार दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के फिर सक्रिय होने से मौसम के पैटर्न में बदलाव की संभावना है।
मीटियोराजिकल सेंटर देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, “19 और 20 जनवरी को बारिश तथा 23 और 24 जनवरी को बर्फबारी होने की संभावना है।” उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जोशीमठ के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सरकार, प्रशासन और जिला प्रशासन को एलर्ट पर रहना होगा। हाल ही में जोशीमठ में घरों की दिवारों और सड़कों पर आई दरारों तथा भूस्खलन की वजह से सैकड़ों परिवारों को सुरक्षित स्थानों से राहत शिविरों में पहुंचाया गया था।
आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहाकि, बारिश होने की स्थिति में भी हमने तैयारी कर ली है। जोशीमठ के 4 वार्ड पूरी तरह असुरक्षित घोषित किए गए हैं। शेष वार्ड आंशिक रूप से प्रभावित हैं। कई संस्थाएं अपनी जांच कर रही हैं। हम जल्द ही फाइनल रिपोर्ट लेकर आएंगे।
उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ के प्रभावित परिवारों के लिए पहले ही करोड़ों रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है हिमालयन राज्य में एक के बाद एक भूस्खलन और दरारों से प्रभावित करीब तीन हजार परिवारों के लिए राहत पैकेज जारी कर दिये गये हैं।
इस बीच उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव रंजीत कुमार सिन्हा की टीम ने जोशीमठ के दूसरी ओर हाथी पर्वत क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि वहां के जेपी कॉलोनी का एक सिरा भूस्खलन की वजह से काफी अधिक क्षतिग्रस्त हो चुका है। कालोनी के नीचे से पानी बह रहा है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन को कहा गया है कि वह लोगों को वहां से हटाए जाने और कालोनी को गिराने के प्रस्ताव की सूचना दें।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य आपदा प्राधिकरण ने प्रत्येक परिवार को उनके सामानों को पहुंचाने और उनके आवासों की तत्काल जरूरतों के लिए विशेष अनुदान के रूप में 50,000 रुपये भी दिए हैं। यह समायोजित नहीं किया गया है।