रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी को गृहमंत्रालय ने जेड प्लस सिक्योरिटी देने का ऐलान किया है। मुकेश अंबानी को पहले Z कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी। इसे बढ़ाकर Z+ कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक IB की सिफारिश पर गृह मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। IB ने मुकेश अंबानी पर खतरे का अंदेशा जताया था।
CRPF के करीब 58 कमांडो मुकेश अंबानी और उनके परिवार की सिक्योरिटी में 24 घंटे तैनात रहेंगे। ये कमांडो जर्मनी में बनी हेकलर एंड कोच MP5 सब मशीन गन समेत कई आधुनिक हथियारों से लैस रहते हैं। इस गन से एक मिनट में 800 राउंड गोलियां दागी जा सकती हैं।
CRPF के अलावा मुकेश अंबानी के पास करीब 15-20 पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड्स भी हैं, जो बिना हथियारों के यानी निहत्थे होते हैं। उनके पर्सनल गार्ड्स को इजराइल स्थित सिक्योरिटी-फर्म ने ट्रेनिंग दी है। अंबानी और उनके परिवार की सुरक्षा में तैनात ये प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड्स भी क्राव मगा (इजराइली मार्शल आर्ट) में ट्रेंड हैं। ये गार्ड्स दो शिफ्ट में काम करते हैं, जिनमें भारतीय सेना के रिटायर्ड और NSG के जवान भी शामिल हैं।
पिछले साल उनके घर एंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध कार मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें पाई गई थीं। इसके अलावा उन्हें धमकी भरे कॉल भी मिलते रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई दिनों से अंबानी की सिक्योरिटी बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार विचार कर रही थी।
कैसे दी जाती है सुरक्षा?
भारत में हाईप्रोफाइल लोगों का जीवन अगर उनके काम या लोकप्रियता के कारण खतरे में हो तो सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षा दी जाती है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की रिपोर्ट देती हैं कि किस व्यक्ति के जीवन को कितना खतरा है। इसके आधार पर उस व्यक्ति को कितनी सुरक्षा दी जाए यह तय होता है। मुख्य रूप से लोगों को पांच कैटेगरी (X, Y, Z, Z+ और SPG) की सुरक्षा दी जाती है। ऐसी सुरक्षा वीआईपी और वीवीआईपी, एथलीटों, फिल्म स्टारों और अन्य हाई-प्रोफाइल या राजनीतिक हस्तियों को मिलती है।
जानिए क्या है Z+ सुरक्षा
भारत में सुरक्षा का उच्चतम स्तर SPG है। SPG की सुरक्षा प्रधानमंत्री को मिलती है। Z+ सुरक्षा के उच्चतम स्तर में दूसरे नंबर पर है। 55 सुरक्षाकर्मी हर वक्त सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। इनमें 10 NSG के कमांडो होते हैं। NSG का हर कमांडो मार्शल आर्ट्स में एक्सपर्ट होता है। उसे बिना हथियार के भी कैसे लड़ना है इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। Z+ कैटेगरी की सुरक्षा गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय वित्त मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को दी गई है।