महाराष्ट्र के सियासी संग्राम में बड़ा बदलाव हुआ है। फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उद्धव ने बुधवार देर रात राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंपा है। उद्धव के इस्तीफे के बाद भी विपक्षी दलों का हमला जारी है। वहीं, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र की सरकार गिरने पर बड़ा बयान दिया है।
गृहमंत्री मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार का गिरना हनुमान चालीसा का प्रभाव है। 40 दिन में 40 विधायक पार्टी छोड़ गए। कदली, सीप, भुजंग-मुख,स्वाति एक गुन तीन जैसी संगति बैठिए, तैसोई फल दी। कांग्रेस की संगत में जो आता है वो खत्म हो जाता है.
मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की संगत में जो जाएगा, वह साफ हो जाएगा। उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधा और कहा कि कमलनाथ की राजनीति का मूल मोटिव कन्फ्यूजन है। वह सभी को भ्रमित कर रहे हैं। अब वह कन्फ्यूजन नाथ हो गए हैं। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है। असदुद्दीन ओवैसी धर्म की राजनीति करते है। आखिर में दोनों जाकर एक ही जगह मिल जाते हैं। इस वजह से दोनों ही एक-दूसरे पर आक्षेप लगाते हैं।
इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने शिवसेना नेता संजय राउत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संजय राउत कह रहे थे कि उनके विधायक अगवा हो गए। वह भूल गए कि उनके विधायक अगवा नहीं भगवा हो गए हैं। देश में पहली बार है जब हिंदुत्व के नाम पर सरकार गिरी है। मेरा देश बदल रहा है।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कल रात इस्तीफा दे दिया था। उद्धव ठाकरे ने बुधवार को एक ऑनलाइन संबोधन के दौरान इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि शिवसैनिकों का खून बहे। करीब दो हफ्ते पहले शुरू हुई महाराष्ट्र की सियासी संकट अंतिम दौर में पहुंची और शिवसेना सत्ता से बाहर हो गई है। इस बीच बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए बैठकें शुरू कर दी हैं।