नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 23 जून को ईडी ने तलब किया है। लेकिन सोनिया गांधी ने गुरुवार को ईडी के सामने पेश होने से पहले ही बड़ा कदम उठाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी के जरिए सोनिया गांधी ने ईडी से खास अपील भी की है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रवर्तन निदेशालय पेश होने के लिए कुछ हफ्तों का और समय मांगा है। उन्होंने कहा कि जब तक वह कोविड और फेफड़ों के संक्रमण से पूरी तरह ठीक नहीं हो जाती हैं तब तक उन्हें पेशी से राहत दी जाए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, ‘चूकि उन्हें (सोनिया गांधी) कोविड और फेफड़ों के संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने के बाद अब घर पर आराम करने की सलाह दी गई है। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने आज ईडी को पत्र लिखकर अपनी उपस्थिति को कुछ हफ्तों के लिए स्थगित करने की मांग की है जब तक कि वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती।’
सोनिया गांधी सोमवार को ही अस्पताल से घर लौटकर आईं हैं। उन्हें कोरोना से हुई परेशानियों की वजह से 12 जून को सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 75 साल की सोनिया गांधी 2 जून को कोरोना संक्रमित हुई थीं।
कोरोना से उबरने के बाद सोनिया गांधी को सांस नली में संक्रमण हो गया था। कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा था कि उनकी नाक से खून बहने लगा था, जिसके बाद 12 जून को उन्हें हॉस्पिटलाइज किया गया था। इसके बाद सांस नली की निचले हिस्से में फंगल इन्फेक्शन का भी पता चला था।
नेशनल हेराल्ड से जुड़े मामले में ED ने सोनिया को 8 जून को पेश होने के लिए कहा था। कोरोना संक्रमित होने की वजह से उन्होंने जांच एजेंसी से कुछ समय मांगा था। इसके बाद ED ने उन्हें 23 जून को पेश होने के लिए कहा है। अब उन्होंने ED से पेशी की तारीख आगे बढ़ाने की अपील की है। कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशाल की पूरी जांच को राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
ED राहुल गांधी से इस मामले में पिछले 5 दिनों में 50 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है, जिस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए गए। जांच एजेंसी ने राहुल गांधी को कोई ताजा समन जारी नहीं किया है और यह माना जा रहा है कि उनसे पूछताछ कम से कम फिलहाल के लिए समाप्त हो गई है।