मध्य प्रदेश के इंदौर में चल रहे 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिरकत की. उन्होंने इस मंच से प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया और पूरे विश्व को भारत की ताकत का संदेश दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण चार साल के बाद इस सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. मैं 130 करोड़ भारतवासियों के ओर से आपका यहां स्वागत करता हूं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये ‘प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन’ मध्य प्रदेश की धरती पर हो रहा है, जिसे देश का ह्रदय क्षेत्र कहा जाता है. मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगी.
हाल ही में, हमने भगवान महाकाल के मंदिर में पुनर्विकास का उद्घाटन किया है और मैं आप में से हर एक से अपेक्षा करता हूं कि आप मंदिर की यात्रा करें और महादेव से आशीर्वाद लें. मैं चाहता हूं कि आप सभी इंदौर में भोजन का आनंद लें. एक ऐसा शहर जो नमकीन से लेकर पोहा तक के व्यंजनों के लिए जाना जाता है; यहां सब कुछ एक अविस्मरणीय स्वाद है. छप्पन दुकान अत्यधिक प्रसिद्ध है और सराफा बाजार विश्व प्रसिद्ध स्थल है.
मोदी ने कहा-हमने कुछ महीने पहले भारत की आजादी के 75 साल मनाए थे! हमारे स्वतंत्रता संग्राम को प्रदर्शित करने वाली डिजिटल प्रदर्शनी यहां आयोजित की गई है और यह गौरवशाली युग को फिर से आप सबके सामने लाती है. ‘स्वदेशो भुवनत्रयम्’ अर्थात हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है, मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है. इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था.
मोदी ने कहा-हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी. हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए. अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया. राष्ट्र अगले 25 वर्षों के ‘अमृत काल’ में प्रवेश कर चुका है और हमारे प्रवासी भारतीय समुदाय को वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को और ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है.
उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय भारत के ब्रांड एंबेसडर हैं और उनकी भूमिका विविध है. आप सभी ‘मेक इन इंडिया’, योग, हस्तशिल्प के साथ-साथ भारतीय बाजरा के ब्रांड एंबेसडर हैं. आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है.
मोदी ने कहा-दुनिया के अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं, तो ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना के साक्षात् दर्शन होते हैं. दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रान्तों और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं, तो ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सुखद अहसास होता है. दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है, तो Mother of Democracy होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है.
पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत द्वारा हासिल किए गए अभूतपूर्व विकास के लिए पूरी दुनिया उत्सुकता से भारत की ओर देख रही है. भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम है और दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा निर्माण में अग्रणी है. यही कारण हैं कि दुनिया भर के लोग भारत की गति और पैमाने के बारे में उत्सुक हैं. भारत की विकास की नई गति और वैश्विक मान्यता प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करती है. आने वाले वर्षों में, भारत एक और भी मजबूत शक्ति के रूप में उभरेगा!
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, मुझे लगता है कि आजादी का अमृत काल में एमपी पर अमृत बरस रहा है. आप एमपी में आए हैं, लेकिन इंदौर और एमपी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है, इसने अपने दिल और घर के दरवाजे खोल दिए हैं.
वहीं, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के निधन पर शोक भी व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के लिए पीएम मोदी को बधाई दी. बता दें कि हर साल प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को मनाया जाता है.