प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को टोक्यो के निप्पॉन बुडोकन में जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल हुए। आबे की 8 जुलाई को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. भारत ने आबे के सम्मान में 9 जुलाई को एक दिन का राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया था.
इस आयोजन में शामिल होने के लिए हजारों लोग टोक्यो में जुटे हुए हैं, जिनमें विदेशी गणमान्य अतिथि और 200 से अधिक देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। आबे का अंतिम संस्कार का पूरा खर्च जापान सरकार उठा रही है।
पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से भी मुलाकात की. यहां पीएम मोदी ने जापान के पीएम फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने शिंजो आबे के निधन पर दुख जताया.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जापान की दोस्ती ने एक वैश्विक प्रभाव पैदा करने में एक बहुत बड़ी भूमिका निभाई. मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-जापान संबंध और अधिक गहरे होंगे. हम विश्व में समस्याओं के समाधान में एक उचित भूमिका निभाने के लिए समर्थ बनेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, इस दुख की घड़ी में आज हम मिल रहे हैं. पिछली बार जब मैं आया तब शिंजो आबे से काफी लंबी बात हुई थी और कभी सोचा ही नहीं था कि जाने के बाद ऐसी खबर सुनने की नौबत आएगी. वह एक महान नेता, एक असाधारण व्यक्ति और भारत-जापान मित्रता में विश्वास करने वाले व्यक्ति थे। वह लाखों लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
द्विपक्षीय बैठक के दौरान पीएम मोदी और फुमियो किशिदा के बीच दोनों देशों में संबंधों को गहरा करने के विचारों पर चर्चा हुई. इसके साथ ही दोनों नेताओं ने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की.
इस दौरान पीएम मोदी और जापान के प्रधानमंत्री ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने, और इस क्षेत्र में और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समूहों और संस्थानों में एक साथ काम करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी जताया.