प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली में पीएम किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर किसानों को फायदा पहुंचाने वाली कई योजनाओं की शुरुआत की गई, जिनमें पीएम भारतीय जन उर्वरक प्रयोजना एक देश, एक उर्वरक (One Nation One Fertiliser) में शामिल है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने PM किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त जारी की। इसके तहत 8 करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में 16,000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। इस योजना के तहत किसानों के खाते में एक साल में 2-2 हजार रुपए की तीन किश्त जारी की जाती हैं। दिवाली से पहले पीएम मोदी ने किसानों को ये तोहफा दिया है। इस मौके पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ ही केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया भी शामिल रहे।
देश में खाद-उर्वरकों की बढ़ती हुई कीमतें, काला बाजारी और धांधली के कारण किसानों को खेती करते समय काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसी समस्या को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने One Nation One Fertilizer Scheme का शुभारंभ भी किया। इस योजना के तहत, प्रधानमंत्री ने भारत यूरिया बैग लॉन्च किया, जो कंपनियों को सिंगल ब्रांड नाम “भारत” के तहत फर्टिलाइजर की मार्केटिंग में मदद करेगा।
PM मोदी ने नई दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में PM किसान सम्मान सम्मेलन 2022 का उद्घाटन भी किया। इसमें एग्रीकल्चर स्टार्टअप कॉन्क्लेव और प्रदर्शनी लगाई गई है। लगभग 300 स्टार्टअप्स ने प्रिसिशन फार्मिंग से संबंधित अपने इनोवेशन का प्रदर्शन किया है।
PM मोदी ने रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों (PMKSK) का शुभारंभ भी किया। इसके तहत, किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में 3.3 लाख से ज्यादा रिटेल फर्टिलाइजर दुकानों को PMKSK में बदला जाएगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने फर्टिलाइजर पर एक ई-पत्रिका ‘इंडियन एज‘ का भी शुभारंभ किया। यह घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उर्वरक परिदृश्यों के बारे में जानकारी देगी। इसमें हालिया डेवलपमेंट, प्राइस ट्रेंड एनालिसिस, उपलब्धता और खपत, किसानों की सफलता की कहानियां शामिल हैं।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, आज ‘वन नेशन, वन फर्टिलाइजर’ के रूप में किसानों को सस्ती और क्वालिटी खाद भारत ब्रांड के तहत उपलब्ध कराने की योजना भी शुरू हुई है। हमने यूरिया की शत प्रतिशत नीम कोटिंग करके उसकी कालाबाजारी रुकवाई। हमने बरसों से बंद पड़े देश के छह सबसे बड़े यूरिया कारखानों को फिर से शुरू करने के लिए मेहनत की।यूरिया उत्पादन में आत्मनिर्भर के लिए भारत अब तेजी से लिक्विड नैनो यूरिया की तरफ बढ़ रहा है।
नैनो यूरिया, कम खर्च में अधिक प्रोडक्शन का माध्यम है। जिसको एक बोरी यूरिया की जरूरत लगती है वो काम अब नैनो यूरिया की एक छोटी सी बॉटल से हो जाता है। ये विज्ञान और टेक्नोलॉजी का कमाल है। फर्टिलाइजर सेक्टर में रिफॉर्म के हमारे अब तक के प्रयासों में आज दो और प्रमुख रिफॉर्म, बड़े बदलाव जुड़ने जा रहे हैं।
पहला बदलाव ये है कि आज से देशभर की सवा 3 लाख से अधिक खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों के रूप में विकसित करने के अभियान की शुरुआत हो रही है। ये ऐसे केंद्र होंगे जहां खिर्फ खाद ही नहीं मिलेगी, बल्कि बीज, उपकरण, मिट्टी की टेस्टिंग, हर प्रकार की जानकारी जो भी किसान को चाहिए, वो इन केंद्रों पर एक ही जगह मिलेगी।