पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को चक्रवात ‘यास’के प्रभाव की समीक्षा करने के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल (Odisha and West Bengal) का दौरा करेंगे.
पीएम मोदी पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां वह एक समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे। फिर वह बालसोर, भद्रक और पुरबा मेदिनीपुर के प्रभावित क्षेत्रों में हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे. इस मीटिंग में राज्य की सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद रह सकती हैं।
चक्रवात यास बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद आगे बढ़ गया है, लेकिन ये तूफान अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ गया है। बंगाल और ओडिशा में तूफान की वजह से 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश और घरों के टूटने की वजह से 4 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 ओडिशा और एक बंगाल से है।
चक्रवाती तूफान ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा पोर्ट से टकराया और बहुत नुकसान किया. ओडिशा में समुद्र का पानी गांवों में घुस गया था. कई झोपड़ियों को भी पानी बहाकर ले गया. 130 से 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार के साथ यह चक्रवात आगे बढ़ा है। यही नहीं बाद में इसकी गति बढ़ते हुए 155 kmph तक हो गई थी।
यास चक्रवात (Cyclone Yaas) की वजह से प्रभावित ओडिशा को केंद्र सरकार की तरफ से मदद दी गई है. केंद्र की ओर से ओडिशा को त्वरित रिलीफ फंड के तौर पर 641 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं. बताया गया है कि गृह मंत्रा अमित शाह की सिफारिश पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका ऐलान किया है. राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष के लिए केंद्र की मदद की यह पहली किस्त थी.
पश्चिम बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का कहना है कि इस चक्रवात से राज्य में 1 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं 3 लाख से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है। 134 बांध टूट गए हैं, जिन्हें ठीक करवाया जा रहा है। यहां बुधवार को 130-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। ममता बनर्जी का कहना है कि प्रशासन ने राज्य में 15 लाख से ज्यादा लोगों को चक्रवात से पैदा हुए संकट से बाहर निकाला है।