राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को डाले गए वोटों की गिनती (Presidential Election Results) हो रही है. नई दिल्ली के संसद भवन में सुबह 11 बजे से मतगणना शुरू हुई. शाम तक वोटों की गिनती खत्म होने की संभावना है. इसके साथ ही देश को 15वां राष्ट्रपति मिल जाएगा.
राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) और विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के बीच मुकाबला हुआ है. द्रौपदी मुर्मू को स्पष्ट बढ़त मिली है. मुर्मू के पक्ष में कई राज्यों में विपक्षी दलों के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग भी की है. कहा जा रहा है कि देश को पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति मिलना तय है.
एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना में आगे चल रही हैं. राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने बताया कि सांसदों के वोटों की गिनती हुई है. पहले राउंड की गिनती खत्म होने के बाद एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने यशवंत सिन्हा पर 2,33,600 वोटों की बढ़त बना ली है. 748 बैलेट वोट्स में द्रौपदी मुर्मू को 540 वोट मिले. इसका मूल्य 3,78,000 है. यशवंत सिन्हा को 208 वोट मिले, जिसका कुल मूल्य 1,45,600 है.
राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने बताया कि कुल 15 वोट अवैध थे. ये संसद (वोट) के आंकड़े हैं. देश के 15वें राष्ट्रपति के चयन के लिए 31 स्थानों पर मतदान 18 जुलाई को हुआ था. राष्ट्रपति चुनाव में 776 सांसदों और 4,033 निर्वाचित विधायकों समेत कुल 4,809 मतदाता मतदान के पात्र थे. इसमें मनोनीत सांसद व विधायक और विधान परिषद के सदस्य मतदान नहीं कर सकते. नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण 25 जुलाई को होगा.
द्रौपदी मुर्मू अगर ये चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बन जाती हैं, तो वो स्वतंत्रता के बाद जन्मी इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली पहली नेता होंगी. साथ ही वह देश की पहली आदिवासी और सबसे युवा राष्ट्रपति भी बन जाएंगी.
द्रौपदी मुर्मू के गृह नगर रायरंगपुर में तैयारी पूरी
द्रौपदी मुर्मू के गृह नगर रायरंगपुर के लोगों को उनके जीत हासिल करने का पूरा भरोसा है और इसे ध्यान में रखते हुए समारोह की तैयारियां शुरू हो गयी. व्यापारिक संगठन, बार एसोसिएशन और धार्मिक एवं शैक्षणिक संस्थान सहित विभिन्न स्थानीय संगठनों के अलावा सरकारी अधिकारी भी ‘माटी की बेटी’ को बधाई देने के लिए पूरे उत्साह से इंतजार कर रहे हैं. लोक कलाकारों ने अपने कार्यक्रम के लिए अभ्यास किया और वे नतीजे घोषित होने के शीघ्र बाद सड़कों पर उतर कर अपने कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं.