एआइएमआइएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को कथित भड़काऊ टिप्पणी करना महंगा पड़ गया है। ओवैसी की इस टिप्पणी को लेकर दिल्ली पुलिस की आइएफएसओ टीम ने उनपर एफआइआर दर्ज कर ली है। इस एफआइआर में स्वामी यति नरसिम्हानंद का भी नाम है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर में नूपुर शर्मा समेत 8 लोगों को नामजद किया था।
ओवैसी पर केस दर्ज होने के तुरंत बाद पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने के बाहर अचानक एआईएमआईएम के कई कार्यकर्ता एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। नूपुर शर्मा प्रकरण में ओवैसी लगातार तीखी बयानबाजी कर रहे हैं।
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी के चलते भाजपा के पूर्व नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर भी दिल्ली पुलिस ने आज कार्रवाई की है। पुलिस ने समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के चलते आज कई लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बुधवार को दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि घृणित संदेश में समूहों को उकसाने और हानिकारक माहौल बनाने की कोशिश की गई है।
9 लोगों के खिलाफ पहले ही की FIR
दिल्ली पुलिस अब सोशल मीडिया पर झूठ फैलाने और भड़काऊ बयान देने को लेकर सख्ती से पेश आ रही है। इसी के तहत 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पहली एफआईआर में नूपुर शर्मा का नाम है, जिन्होंने पिछले दिनों एक टीवी डिबेट शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नुपूर को पार्टी निलंबित कर चुकी है।
दूसरी एफआईआर में नवीन कुमार जिंदल, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान, शादाब चौहान, सबा नकवी, गुलजार अंसारी, अनिल कुमार मीणा और पूजा शकुन के नाम शामिल हैं। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि सभी आरोपी कथित रूप से नफरत के संदेश फैला रहे थे, विभिन्न समूहों को उकसा रहे थे और ऐसी स्थिति पैदा कर रहे थे, जो शांति बनाए रखने के लिए हानिकारक है।
भाजपा से निलंबित हो चुके दोनों नेता
बता दें कि नूपुर शर्मा और भाजपा के पूर्व नेता नवीन जिंदल द्वारा कथित भड़काऊ टिप्पणी करने के बाद कई खाड़ी देशों ने विराेध जताया था। जिसके बाद भाजपा ने दोनों नेताओं को निलंबित कर दिया था। हालांकि भाजपा ने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और इसलिए ही उसने संप्रदाय या धर्म का अपमान करने के लिए इन नेताओं पर कार्रवाई की है।