मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज कम करने और उन्हें हटाने का अभियान छेड़ने वाले राज ठाकरे पर उनके भतीजे और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने तंज कसा है. आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि लाउडस्पीकर हटवाने के बजाय उन्हें (राज ठाकरे को) बढ़ती महंगाई का मुद्दा उठाना चाहिए. पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के बारे में बोलना चाहिए. उन्हें हाल के 2-3 वर्षों पर ध्यान देना चाहिए, न कि पिछले 60 साल पर.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने 2 अप्रैल से ही मस्जिदों में लाउडस्पीकर के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है. उनकी मांग है कि सरकार सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए क्योंकि इनसे दूसरे लोगों को परेशानी होती है. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो उनके बाहर स्पीकर पर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाई जाएगी.
राज ठाकरे के इस ऐलान के बाद महाराष्ट्र में कई जगहों पर मनसे कार्यकर्ताओं ने लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाई. यहां तक कि दादर में शिवसेना मुख्यालय के बाहर भी गाड़ी के ऊपर लाउडस्पीकर लगाकर पहुंच गए. इस मामले में पुलिस ने गाड़ी को जब्त करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
सरकार की तरफ से तमाम बयान और चेतावनियों के बावजूद 12 अप्रैल को राज ठाकरे ने ठाणे में रैली के दौरान मस्जिदों को हटाने के लिए सरकार के नाम अल्टीमेटम जारी कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर 3 मई तक लाउडस्पीकर नहीं हटे तो पार्टी कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर देंगे.
राज ठाकरे की इस मुहिम का शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस के तमाम नेता विरोध कर चुके हैं. शिवसेना नेता संजय राउत ने तो राज ठाकरे को बीजेपी का लाउडस्पीकर करार दे दिया था. महाराष्ट्र सरकार में परिवहन मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी तीखा हमला करते हुए कहा था कि वो (राज ठाकरे) अपनी मरी हुई पार्टी को जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारा हिंदुत्व क्या है, ये सबको पता है. हमने चुनाव के दौरान जो वादा किया, उसे हम पूरा करेंगे.