गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर की गई एक टिप्पणी से ज्यूरी हेड नदाव लैपिड मुसीबत में पड़ गए हैं. कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को अश्लील-प्रोपेगेंडा बताने वाले IFFI के जूरी प्रमुख नदाव लैपिड (Nadav Lapid) के खिलाफ पुलिस में शिकायत की गई है और FIR दर्ज करने की मांग की गई है.
यह शिकायत सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने की है। गोवा डीजीपी को लिखे अपने शिकायती पत्र में जिंदल ने कहा कि नदाव लैपिड ने कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय का मजाक बनाया है। विनीत जिंदल की शिकायत पर नादव लैपिड के खिलाफ IPC की धारा 121, 153, 153A,B, 295, 298 और 505 के तहत केस दर्ज किया गया है. वकील ने कहा कि नादव का बयान दुश्मनी भड़काने के इरादे को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि एक सामाजिक कार्यकर्ता और हिंदू होने के नाते नादव लैपिड के बयान ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. इसके अलावा उन्हें आईएफएफआई (IFFI) की जूरी के बाकी मेंबर्स से भी शिकायत है कि उन्होंने नादव के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
बता दें कि नादव लापिड ने आईएफएफआई में कहा, ‘फिल्म द कश्मीर फाइल्स से हम सभी परेशान और हैरान थे. यह मुझे एक प्रचार और अश्लील फिल्म की तरह लगी, जो इस तरह के प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए जरूरी नहीं है. मैं यहां पर आपके साथ इन भावनाओं को खुले तौर पर साझा करने में पूरी तरह से सहज महसूस कर रहा हूं. इस उत्सव की भावना में, हम निश्चित रूप से एक आलोचनात्मक चर्चा को भी स्वीकार कर सकते हैं, जो कला और जीवन के लिए आवश्यक है.’