ठाणे- प्रत्येक वर्ष जहाँ ठाणे जिले में धूमधाम से गाजे-बाजे के साथ विघ्न विनाशक और लम्बोदर जैसे नामों से पुकारे जाने वाले गणपति की मूर्तियों को विदाई दी जाती थी. वहीँ इस वर्ष यह नजारा कम ही नजर आय और गणेश भक्तों ने अपने बाप्पा का साधारण तौर पर बिदाई देते नजर आए. शनिवार को डेढ़ दिन के लिए विराजे गणेश जी का रविवार को विसर्जन किया गया. ठाणे महानगर पालिका के अंतर्गत खबर लिखे जाने तक डेढ़ दिन के 27 सार्वजानिक तथा 5785 निजी अर्थात घरगुती गणपति मूर्तियों का इस प्रकार कुल मिलाकर 5812 गणेश मूर्तियों का विसर्जन विभिन्न तालाबों और मनपा प्रशासन द्वारा बनाये गए महाघाट में और मूर्ति शिवकर केंद्र पर किया गया.
पिछले कुछ वर्षों की समृद्ध परंपरा को आगे बढाते हुए ठाणे मनपा ने इस साल भी पर्यावरण की रक्षा के विविध उपाय किये थे. इनमें कृत्रिम तालाबों में विसर्जन करने के प्रोत्साहन का काम भी शामिल है. ठाणे मनपा ने इस साल रायलादेवी, उपवन, आंबेघोसाले, नीलकंठ वुड्स, टिकूजी-नी-वाड़ी, बालकुम नामक स्थानों पर कृत्तिम तालाब बनाए थे. इसके अलावा मनपा प्रशासन ने बड़े पैमाने पर मुंब्रा के पास पारसिक बंदर खाड़ी, कोलशेत रेतीबंदर खाड़ी तथा ठाणे पूर्व स्थित कोपरी खाड़ी में विसर्जन महाघाट तैयार किया गया है. इसके अलावा जिन स्थानों से कृत्रिम तालाबों की दूरी अधिक थी उन स्थानों पर मनपा प्रशासन ने विशेष रूप से मूर्ति-स्वीकृति केंद्र को भी स्थापित किया है. इनमें राम मारुती रोड पर माधवी हाउस, वर्तक नगर में व्यंकटेश मंदिर, चिरंजीवी हौस्पितल, वसंत विहार संकुल प्रवेश-द्वार, वागले इस्टेट रोड नंबर-16, मासुंदा तालाब, ठाणे जेल तालाब, पाईप लाईन ब्रिज, रोड नंबर 16 पाईप लाईन ब्रिज, खिडकाली मंदिर,उपवन तालाब, खारीगाँव तालाब, माडेला चेकनाका समेत कई अन्य स्थान शामिल है. इन सभी स्थानों पर श्रीगणेश भक्तों से उनकी श्रीमूर्तियाँ स्वीकार की जा रही हैं जो बाद में कृत्रिम तालाबों में विसर्जित कर दी जायेंगीं. इसके अलावा मनपा प्रशासन ने सभी विसर्जन घाटों पर लाऊड स्पीकर्स, हाईलोजन लाईट्स, स्वयंसेवकों की टीम, विसर्जन के लिए टेबल व फूलों आदि के लिए निर्माल्य कलश की व्यवस्था कर रखी गयी है. मनपा प्रशासन द्वारा किये गए प्रयायी व्यवस्था का का अच्छी तरह से उपयोग करने की अपील महापौर नरेश म्हस्के और मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा ने गणेश भक्तों से किया है. साथ आयुक्त विपिन शर्मा ने कहा कि ठाणे को हरा-भरा बनाने और पर्यावरण को संतुलित रखने की ज़िम्मेदारी प्रत्येक ठाणे कर ही है इसलिए उन्हें विश्वास है कि ठाणे के गणेश भक्त इसमें मनपा का सहयोग करेंगे.
फिरती गणेश विसर्जन का मिला अच्छा प्रति साद
कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए और विसर्जन केंद्रों पर नागरिकों की भीड़ न हो इसलिए इस बार मूर्ति स्वीकार केंद्र की संख्या को भी बढ़ाया गया है. प्रशासन की तरफ से कोरोना महामारी को दिन में रखते हुए और संक्रमण को रोकने के लिए शहर के नौ प्रभाग समितियों में 20 जगहों पर मूर्ति स्वीकार केंद्र और 13 जगहों पर कृत्रिम तालाब का निर्माण किया गया है. मनपा की तरफ से फिरती विसर्जन व्यवस्था को शुरू किया है. मनपा की यह व्यवस्था प्रतिबंधित क्षेत्र के तीन परिमण्डलों में उपलब्ध है. इस फिरती विसर्जन योजना में ट्रैक्टर या जीप के पीछे सिंटेक्स टंकी को लगाया गया है और उसे कृत्रिम तालाब का रूप दिया गया है. वाहन पर मनपा के स्वयंसेवक तैनात थे. उनकी मदद से भक्तगण जिस तरह मूर्ति का विसर्जन करते नजर आए.
सीसीटीवी कैमरों समेत पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त
ठाणे शहर पुलिस क्षेत्र में पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर के मार्गदर्शन में तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था करते हुए ठाणे पुलिस ने इस साल पूरे सीसीटीवी कैमरों को लगाया हुआ है. इस साल गणेशोत्सव के दौरान ठाणेशहर क्षेत्र में 8 पुलिस उपायुक्त, 12 सहायक पुलिस आयुक्त, 18 वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, 12 पुलिस निरीक्षक, 32 सहायक पुलिस निरीक्षक-पुलिस उप निरीक्षक, 913 स्त्री-पुरुष पुलिस कर्मचारी, 250 प्रशिक्षु पुलिस जवान, 600 स्त्री-पुरुष होम गार्ड तथा स्टेट रिजर्व पुलिस दल की पांच कंपनियां सहित तक़रीबन 3500 पुलिस कर्मी तैनात रखी गईं हैं. इतना ही नहीं सुरक्षा रक्षक, अग्नीशमन दल के जवान, एनसीसी के विद्यार्थी , प्रशिक्षित स्वयंसेवक तैनात की गयी है.
अग्निशमन केंद्र के अंतर्गत आने वाले तालाबों में गणेश मूर्तियों के विसर्जन संख्या तालाब – विसर्जित कुल गणेश मूर्ति अहिल्यादेवी होलकर तालाब- 278, मासून्दा तालाब -456, खारेगांव तालाब- 430, मीठ बंदर घाट- 451, आंबे घोसाले तालाब- 355, रायलादेवी तालाब घाट 1- 279, रायलादेवी घाट 2- 704, कोलशेत घाट – 802, रेवाले तालाब- 410 , मुल्लाबाग -303, दिवा घाट- 263, पारसिक तालाब- 70, आत्माराम पाटिल तालाब-27, शंकर मंदिर तालाब-20, उपवन तालाब- 904, खिडकाली तालाब-60, घरघूती -5785, -सार्वजनिक-27-कुल मूर्ति- 5812.