दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर सिंघु स्थित किसानों के प्रदर्शन स्थल के नजदीक हुई दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या का दूसरा आरोपी नारायण सिंह पंजाब से गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी नारायण सिंह को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने पंजाब के अमरकोट गांव के राख देवीदास पुरा से गिरफ्तार किया है.
सिंघु बॉर्डर पर 15 अक्टूबर की सुबह करीब साढ़े तीन बजे दलित शख्स की पीट-पीट कर हत्या की गई और उसका हाथ काट दिया गया. उसके शरीर को भी धातु के तार से बांध दिया गया था. इस घटना के लिए कथित रूप से निहंगों के एक समूह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है. निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक को सिखों की पवित्र किताब की बेअदबी के लिए सजा दी गयी है.
मृतक लखबीर सिंह की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चोट के कुल 37 निशान सामने आए हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उन्हें विभिन्न प्रकार के हथियारों का उपयोग करके मारा गया था, जिसमें तेज वस्तुओं और लाठी शामिल थे.
मृतक लखबीर सिंह के परिवार ने शनिवार को कहा कि वह ईश्वर से डरने वाले व्यक्ति थे, जो कभी भी पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे. लखबीर के परिवार ने सच्चाई सामने लाने के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग की. लखबीर की पत्नी जसप्रीत कौर और 12, 11 तथा 8 साल की 3 बेटियां पवित्र शहर अमृतसर से करीब 50 किमी दूर गांव चीमा कलां में एक छोटे से कच्चे मकान में रहती हैं. उनके बेटे की 2 साल पहले मौत हो गई थी.