नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राहुल गांधी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ करेगी. सोनिया गांधी ईडी कार्यालय पहुंच चुकी हैं. सोनिया गांधी के साथ-साथ बेटे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद हैं. सोनिया गांधी की सेहत को देखते हुए उनके साथ एक व्यक्ति को मौजूद रहने की मंजूरी दी गई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ED अधिकारियों ने बताया है कि अगर पूछताछ के दौरान सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें वापस जाने दिया जाएगा. सोनिया के साथ प्रियंका गांधी और डॉक्टरों की टीम मौजूद हैं. सोनिया गांधी से पूछताछ के बीच कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है.
सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ शुरू हो चुकी है. ईडी ने सबसे पहले सोनिया गांधी से उनकी सेहत के बारे में पूछा. मालूम हो सोनिया गांधी पिछले दिनों कोरोना संक्रमित हो गयी थीं, जिस कारण ईडी से उन्होंने कुछ दिनों का समय मांगा था.
कांग्रेस का देश भर में प्रदर्शन
कांग्रेस ने सोनिया गांधी से पूछताछ के मौके पर शक्ति प्रदर्शन का फैसला लिया है. आज सुबह ही बड़ी संख्या कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर पहुंचे थे और उनके समर्थन में जमकर नारेबाजी की. इस बीच विपक्ष के नेताओं की ओर से एक साझा बयान जारी किया गया है, जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया गया है. इस बयान में कहा गया है कि मोदी सरकार बदले की कार्रवाई के तहत राजनीतिक नेताओं को परेशान कर रही है. देश भर में कांग्रेस ने ईडी के दफ्तरों का घेराव करने की भी योजना बनाई है. खासतौर पर दिल्ली में कांग्रेसियों के सड़कों पर उतरने से कई जगहों पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है.
सोनिया गांधी की ईडी के सामने पेशी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता देश भर में उग्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. राजस्थान में विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
सोनिया गांधी के साथ पूछताछ को देखते हुए ईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ईडी कार्यालय के करीब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ती जा रही है. कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.
कई बड़े नेता हिरासत में
सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ का विरोध करने वाले कई बड़े नेता हिरासत में लिए गए हैं. इनमें अशोक गहलोत, शशि थरूर और सचिन पायलट का नाम शामिल है.
पिठ्ठू ED, डरपोक CBI – रणदीप सुरजेवाला
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोनिया गांधी की पेशी के विरोध में प्रदर्शन करते हुए कहा, हम ना दबेगें ना झुकेंगे केवल आगे बढ़ेगें. प्रजातंत्र के प्रहरी नेशनल हेराल्ड स्वतंत्रता संग्राम का चिन्ह है. ये सच की लड़ाई है ये जीतेगी. उन्होंने मोदी सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा, पिठ्ठू ED, डरपोक CBI और IT ही अब मोदी सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गए हैं. प्रतिशोध की राजनीति में धधकते हुए प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ना कांग्रेस को ना प्रजातंत्र को डरा पाई है ना डरा पाएगी.
कांग्रेस झुकने वाली नहीं – अशोक गहलोत
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, सोनिया जी को पूछताछ को बुलाए जाने की मैं निंदा करता हूं. बेहतर होता कि उनके आवास पर जाकर उनका बयान लेते. उन्होंने कहा, हम डरने और घबराने वाले नहीं हैं. सोनिया जी जबसे देश में आई हैं उन पर हमले हो रहे हैं. सोनिया जी ने जिस तरह से भारत की संस्कृति और संस्कार को अपनाया है, वो अपने आप में एक मिसाल है. उन्होंने जो जीवन जिया है और पार्टी के लिए जो किया है, उसे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कभी भूल नहीं सकते.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मोदी-शाह पर साधा निशाना
कांग्रेस और गांधी परिवार के त्याग, बलिदान, समर्पण को तानाशाह हुक्मरान समझ नहीं पाएंगे. ये कांग्रेसी हैं- ना झुकेंगे, ना डरेंगे, तानाशाही हुकूमत के विरुद्ध लड़ाई लड़ेंगे.
महामानव नहीं हैं सोनिया गांधी – प्रहलाद जोशी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रहलाद जोशी ने सोनिया गांधी पर तीखा हमला बोला. संसद में जोशी ने कहा कि, “कानून के सामने सब बराबर हैं या नहीं? क्या कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी महामानव हैं? ‘कांग्रेस सोचती है कि वे कानून से ऊपर हैं …’
सोनिया गांधी को उमा भारती ने दी नसीहत
बीजेपी नेता उमा भारती ने ट्वीट कर सोनिया गांधी को नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि, अगर सोनिया गांधी आज उनकी नेशनल हेराल्ड केस में ईडी के सामने पेशी का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन करने से रोक देती हैं तो तय हो जाएगा कि वह सच में इस देश की नागरिक एवं संजीदा नेता हैं.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का कांग्रेस पर हमला
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ ना हो तो हंगामा करने की जरूरत नहीं है। ये तिलमिलाहट क्यों है, घबराहट क्यों है, छटपटाहट क्यों है? ये कहीं ना कहीं दिखाता है कि दाल में कुछ काला है या तो पूरी दाल ही काली है. अगर गांधी परिवार बेदाग है तो अब बेहाल क्यों?