निर्देशक लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर (Kaali Poster) को लेकर खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पोस्टर में मां काली के अवतार में एक्ट्रेस को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है और दूसरे हाथ में उन्होंने एलजीबीटीक्यू का झंडा पकड़ा है, जिस वजह से लीना की चौतरफा आलोचना हो रही है। इस मामले पर राजनेताओं से लेकर सिनेमा जगत से जुड़े लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
वहीं, अब डॉक्युमेंट्री ‘काली’ के आपत्तिजनक पोस्टर पर अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा का बयान सामने आया है। सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, “मेरे लिए काली, मांस खाने वाली, शराब स्वीकार करने वाली देवी है। आपको अपनी देवी की कल्पना करने की स्वतंत्रता है। कुछ स्थान हैं जहां देवताओं को व्हिस्की की पेशकश की जाती है, वहीं कुछ जगहों पर यह ईश-निंदा होगी।”
दरअसल महुआ मोइत्रा इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022 के प्रोग्राम में शिरक्त करने पहुंची थी. जहां उनसे डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर सवाल पूछा गया. जिसके जवाब में मुहआ मोइत्रा ने कहा, “काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस प्रेमी और शराब (Wine) स्वीकार करने वाली देवी है. लोगों की अलग-अलग राय होती है, मुझे इसे लेकर कोई परेशानी नहीं है।”
उन्होंने कहा कि इस बात की हर किसी को आजादी है कि वो अपने भगवान की किस तरह से कल्पना करता है और इस पर किसी को कोई ऐतराज भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीकों से पूजा की जाती है, जिस पर हमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “अगर आप सिक्किम और भूटान जाओगे तो वहां के लोग जब सुबह पूजा करते हैं तो वो व्हिसकी चढ़ाते हैं। लेकिन यही आप यूपी में किसी को प्रसाद दे दो तो उसकी भावना आहत हो सकती है.”तो यह किसी भी व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है को वो किस तरह मानते हैं। मेरे लिए देवी काली मदिरा और मांस स्वीकार करने वाली है।”
फिल्म ‘काली’ के पोस्टर से जुड़े विवाद को लेकर महुआ मोइत्रा ने उसका समर्थन करते हुए कहा कि, अगर आप तारापीठ जाएं तो काली मंदिर के बाह साधू आपको स्मोकिंग करते हुए मिल जाएंगे. वे लोग भी काली की पूजा करते हैं. उन्होंने कहा हिंदू होने के नाते मैं काली को किस रूप में देखती हूं इसकी मुझे आजादी है और लोगों को भी होनी चाहिए. मोइत्रा ने कहा कि लोगों को किस प्रकार से अपने भगवान की पूजा करनी चाहिए इसकी आजादी उन्हें मिलनी चाहिए.
भगवान की पूजा करने का अधिकार पर्सनल स्पेस में रहना चाहिए. महुआ मोइत्रा ने आगे कहा कि जब तक मैं आपके अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं कर रही हूं, मुझे नहीं लगता की किसी और को मेरे अधिकार क्षेत्र में दखल-अंदाजी करनी चाहिए। उन्होंने फिल्म ‘काली’ के पोस्टर का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें काली के इस रूप से कोई परेशानी नहीं है।
गौरतलब है कि लीना मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री काली के पोस्टर को लेकर देश में बवाल मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर मेकर्स की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। इस मामले में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एफआईआर भी दर्ज की गई है। यूपी पुलिस ने लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जनबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से शांति भंग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं दिल्ली पुलिस की IFSO इकाई ने काली फिल्म से संबंधित एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में IPC की धारा 153A और 295A के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।