साउथ दिल्ली के सत्य निकेतन इलाके में सोमवार दोपहर एक निर्माणाधीन मकान गिरने से 5 मजदूर दब गए। शाम करीब साढ़े पांच बजे के आसपास मजदूरों को बाहर निकाला गया। हादसे में दो मजदूरों की मौत हुई है।
ये हादसा दोपहर 1.25 बजे के करीब हुआ, जब बिल्डिंग में काम चल रहा था। बिल्डिंग का निर्माण पिछले कुछ महीनों से चल रहा था और एक पीजी होस्टल का रूप दिया जा रहा था। फिलहाल बचाव और राहत का कार्य बंद कर दिया गया है।
खबर मिलते ही पुलिस, दमकल की 6 गाड़ियां और अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए थे। मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीन की मदद भी ली गई। NDRF की टीम मौके पर पहुंची थी।
घटनास्थल का वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिखाई दे रहा है कि घर का मलबा सड़क पर आ गया है। आगे का हिस्सा पूरी तरह धंस गया है। आसपास लोगों की भीड़ जमा है। मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीन की मदद ली जा रही है।
एनडीआरएफ अधिकारी गोवर्धन बेरवा ने बताया कि अभी तक जिन लोगों को रेस्क्यू किया गया है उनमे से 2 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कुल 4 से 5 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी। हमारी 25 टीमें लोगों को बचाने में जुटी।
प्रारंभिक तौर पर जानकारी सामने आई है कि बिल्डिंग काफी पुरानी थी और इसका रिनोवेशन किया जा रहा था। बचाव कर्मियों ने मलबे में फंसे 5 मजदूरों को निकाल लिया है। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। दो मजदूरों के शव भी मलबे में मिले।
दक्षिणी दिल्ली के मेयर ने मकान मालिक को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि निगम की ओर से पिछले महीने ही एडवाइजरी जारी की गई थी। मेयर ने कहा कि इमारत के मालिक ने इस मरम्मत कार्य की जानकारी नहीं दी थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है। जिला प्रशासन राहत और बचाव के काम में जुटा है। मैं खुद घटना से संबंधित हर जानकारी ले रहा हूं।