महाराष्ट्र समेत दूसरे राज्यों में जहां लाउडस्पीकर को लेकर घमासान मचा हुआ है, वहीं उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने दोनों पक्षों की सहमति से शानदार काम किया है। उत्तर प्रदेश में धर्मगुरुओं से समन्वय बनाकर धार्मिक स्थलों से अतिरिक्त लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं या फिर उनकी आवाज कम की जा रही है। कई स्थानों पर तो लोग खुद आगे आकर इस कार्य में सहयोग कर रहे हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन कराए जाने के लिए चलाए जा रहे अभियान में अब तक धार्मिक स्थलों से 21 हजार 963 लाउडस्पीकर उतरवाए गए हैं। वहीं 42332 धार्मिक स्थलों पर लाउड स्पीकर की आवाज धीमी कराई गई है।
उन्होंने बताया कि इसमें सभी धर्मों के धर्म गुरुओं का पूरा सहयोग मिल रहा है। अब तक 29808 धर्म गुरुओं से बातचीत की गई है और उनके सहयोग से इस अभियान को सफलता पूर्वक चलाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में बुधवार शाम तक 10923 लाउडस्पीकर उतरवाये गये थे, जबकि 35221 लाउडस्पीकरों की आवाज कम कराई गई थी। शुक्रवार शाम तक यह कार्रवाई लगभग दो गुना हो गई। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि 29 हजार 808 धर्मगुरुओं से वार्ता की गई है।
अलविदा और ईद की नमाज के लिए पुख्ता बंदोबस्त
प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार को अलविदा की नमाज अदा की जाएगी। इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शुक्रवार को प्रदेश भर में 31151 स्थानों पर अलविदा की नमाज अदा की जानी है। इसमें 2705 संवेदनशील स्थान हैं। वहीं ईद के मौके पर 7436 ईदगाहों में नमाज होगी। 19949 मस्जिदों में भी ईद की नमाज पढ़ी जाएगी। ईद के दिन के लिए भी 2846 स्थानों को संवेदनशील स्थलों की श्रेणी में रखा गया है।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रदेश भर में 46 कंपनी पीएसी, सात कंपनी केंद्रीय अर्ध सैनिक बल उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा मुरादाबाद और प्रयागराज में दो-दो अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षकों की तैनाती भी अलविदा नमाज और ईद की नमाज को देखते हुए की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान भी अधिकारियों को लाउडस्पीकर को लेकर प्रभावी कार्रवाई किये जाने के सख्त निर्देश दिये थे। उन्होंने किसी नये स्थान पर लाउडस्पीकर लगाये जाने की अनुमति दिये जाने पर भी रोक लगा दी थी।