केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा मामले में गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नौ मामले दर्ज किए हैं. सूत्रों के अनुसार सीबीआई की सभी चार इकाइयां कोलकाता से अपने दलों को संबंधित अपराध स्थलों पर भेज रही हैं.
सूत्रों ने आगे बताया कि कुछ और मामले दर्ज किए जाने की प्रक्रिया में हैं और उनमें से कुछ मामले राज्य सरकार ने सौंपे हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने इस साल की शुरुआत में पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के बाद कथित दुष्कर्म और हत्या के मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी है.
कलकत्ता उच्च न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने इसी महीने पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनावों के बाद कथित दुष्कर्म और हत्या के मामलों की जांच सीबीआई से कराने का फैसला सुनाया था. इसके अलावा चुनावी हिंसा के दूसरे मामलों की जांच के हाई कोर्ट की निगरानी में गठित एक स्पेशल जांच टीम (एसआईटी) करेगी.
इस आदेश के बाद सीबीआई ने हिंसा के मामलों की जांच के लिए अलग-अलग जोन बांटे थे. हर जोन में तफ्तीश संयुक्त निदेश स्तर के एक अधिकारी संभाल रहे हैं. सीबीआई ने राज्य में कुल चार टीमों को तैनात किया है, जिसे चार जोन में बांटा गया है.
मानवाधिकार आयोग की जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में ममता बनर्जी सरकार को दोषी माना था. आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि दुष्कर्म व हत्या जैसे मामलों की जांच सीबीआई से कराई जाए और इन मामलों की सुनवाई बंगाल के बाहर हो. वहीं अन्य मामलों की जांच विशेष जांच दल(एसआईटी) से कराई जानी चाहिए. संबंधितों पर मुकदमे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाई जाए, विशेष लोक अभियोजक तैनात किए जाएं और गवाहों को सुरक्षा मिले.