उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पांच साल बाद अपनी मां से मुलाकात की। फरवरी 2017 में उनकी आखिरी बार मां से मुलाकात हुई थी। अप्रैल में पिता की मृत्यु के बाद भी सीएम योगी कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण मुलाकात करने नहीं जा पाए थे। पिता के मृत्यु के बाद मां से उनकी यह पहली मुलाकात है।
योगी तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे। मंगलवार को सबसे पहले उन्होंने पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर में अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद वे शाम को मुलाकात करने अपने गांव निकल गए। गांव जाने के लिए योगी ने पैदल पहाड़ी पर यात्रा की। इस प्रकार पांच साल बाद वे अपने गांव पंचूर पहुंचे।
सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनके कई प्रशंसक भी मौजूद रहे। बेटे के इंतजार में मां लगातार इंतजार कर रही थीं। बेटे की आने की सूचना मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बुजुर्ग मां ने बेटे को गले लगाकर जीभर दुलार दिया। इससे पहले वे 11 फरवरी 2017 को भी अपनी मां से मिले थे। 28 साल बाद योगी ने अपने गांव में रात बिताई। शाम को उनके गांव पहुंचने की सूचना से सभी उत्साहित थे। उन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।
मां ने बेटे की आरती उतारी, गले से लगाया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर पहुंचने पर मां सावित्री देवी, बहन शशि पयाल और परिवार की अन्य महिलाओं ने उनकी आरती उतारी। आरती उतारने के बाद मां सावित्री देवी ने बेटे योगी को गले लगा लिया। इस दौरान मां के साथ ही वहां मौजूद महिलाओं की आंखों में आंसू थे, तो योगी भी भावुक नजर आए।
योगी ने खाया फाणू और बाड़ी
योगी आदित्यनाथ ने अपने गांव पहुंचकर फाणू और बाड़ी खाया। योगी ने कहा कि अक्सर बचपन में मैं यह खाता था। यह हमारा परंपरागत व्यंजन है। गढ़वाल क्षेत्र में सबसे अधिक खाया जाने वाला फाणू कई तरह की दालों को मिलाकर बनाया जाता है। इसे ज्यादातर चावल के साथ परोसा जाता है। योगी बुधवार को छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे के मुंडन संस्कार में शामिल होंगे।
गुरु को याद कर आंखें हुई नम
सीएम योगी इससे पहले यमकेश्वर में महंत अद्वेतनाथ की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे। गुरु को याद करते हुए योगी की आंखें नम हो गईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज के ही दिन महंत अवैद्यनाथ महाराज की प्रेरणा से साल 1996-97 में यमकेश्वर में गोरक्षनाथ महाविद्यालय की स्थापना हुई थी। बहुत छोटी उम्र में महंत अवैद्यनाथ ने घर छोड़ दिया था। साल 1940 के बाद वह कभी भी इस क्षेत्र में नहीं लौटे, लेकिन उन्हें हमेशा अपने क्षेत्र की चिंता रहती थी। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि आज से चारधाम यात्रा भी शुरू हो रही थी, मैं जल्दी भी आ सकता था, लेकिन 1 बजे तक में सीएम आवास में इसलिए रहा ताकि ईद और अक्षय तृतीया में माहौल खराब न हो।