डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda ) प्रमुख राम रहीम (Ram Rahim) को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है. खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं से उनकी जान को खतरा बताया गया है. बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में उन्हें फरलो पर रिहा किया गया था. अब उन्हें शीर्ष स्तरीय सुरक्षा कवर देने का हरियाणा सरकार का फैसला आया है.
हरियाणा की सरकार ने सुरक्षा का आधार एडीजीपी (CID) की रिपोर्ट को बनाया है. सरकार ने कहा कि खालिस्तान समर्थक डेरा प्रमुख को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए उन्हें कड़ी सिक्योरिटी दी जा रही है.
पूर्व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और दो डेरा शिष्यों के बलात्कार के मामले में वर्तमान में आजीवन कारावास की सजा काट रहे राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से 21 दिन की छुट्टी पर 7 फरवरी को रिहा किया गया था. इस मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने 2017 में राम रहीम को दोषी ठहराया था.
पंजाब में वोटिंग से पहले मिली फरलो पर विपक्ष ने सवाल खड़े करते हुए हरियाणा सरकार को घेरा था. इस फैसले की वजह डेरे के अनुयाइयों को बताया जा रहा था. हालांकि, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि राम रहीम को मिली राहत का पंजाब चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.
पिछले साल भी, डेरा प्रमुख को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए सुबह से शाम तक का आपातकालीन पैरोल दी गई थी. वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए भी कुछ मौकों पर जेल से बाहर आए थे. राम रहीम अब तक हरियाणा के रोहतक जिला स्थित सुनरिया जेल में बंद थे.
हाई कोर्ट में पेश रिकॉर्ड से यह बात भी सामने आई है कि डेरा प्रमुख को खालिस्तान समर्थक तत्वों से खतरा है. इसके चलते प्रदेश सरकार ने जेल से फरलो पर रिहाई के बाद उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है. रिकॉर्ड की जांच से पता चला है कि डेरा प्रमुख को रिहा करने की प्रक्रिया महाधिवक्ता (एजी) की कानूनी राय लेने के बाद शुरू की गई थी.