प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (13 अक्टूबर) को हिमाचल प्रदेश के ऊना रेलवे स्टेशन से चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. यह ट्रेन हिमाचल प्रदेश के अंब अंदौरा से दिल्ली के बीच चलेगी. इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे.
हिमाचल प्रदेश से चलने वाली यह पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है. जानकारी के मुताबिक, बुधवार को छोड़कर, हफ्ते के बाकी सभी दिन यह ट्रेन चलेगी. हिमाचल से दिल्ली तक का सफर तय करने में यह ट्रेन महज 5 घंटे का समय लेगी. वहीं, इसके जरिये दिल्ली से चंडीगढ़ की बीच 3 घंटे में यात्रा की जा सकेगी. इसके पहले 30 सिंतबर को पीएम मोदी ने गुजरात में गांधीनगर से मुंबई के बीच एक वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी.
रेल मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि नई वंदे भारत एक्सप्रेस पहले से कहीं सिक्योरिटी फीचर्स और पैसेंजर्स सुविधाओं के साथ आती है, जो आपको एक बेहतर ट्रैवल एक्सपीरिएंस देगी. इसमें कई सारे नए फीचर्स भी जोड़े गए हैं. नई वंदे भारत ट्रेन, जहां पूर्णतया वातानुकूलित है, वहीं इसमें बायो-वैक्यूम टॉयलेट, एलईडी लाइटिंग और हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं.
भारत में अब तक एक वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलती है, दूसरी ट्रेन दिल्ली से कटरा के बीच दौड़ती है. तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम मोदी ने हाल में गुजरात के गांधीनगर से हरी झंडी दिखाई थी, जो कि गांधीनगर से मुंबई के बीच चलती है.
वंदे भारत ट्रेन में खूबी
वंदे भारत देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन है. इसका रैक इंटेगरल कोच फैक्टरी ICF चेन्नई में बना है. लगभग 18 कोच की यह ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस है. इसमें फोटो कौटिलिक अल्ट्रा एयर प्यूरीफायर सिस्टम लगा है. जो GRDO की चंडीगढ़ स्थित लैबोरेटरी में तैयार हुआ है. इसमें रिक्लाइनिंग सीट लगाई गई हैं. साथ ही ऑटोमैटिक फायर सेंसर लगे हैं. सुरक्षा की दृष्टि से वंदे भारत में CCTV लगे हैं और इसमें WIFI की सुविधा भी मिलेगी. इस ट्रेन का डिजाइन इस तरह से बनाया गया है कि इसमें झटके महसूस न हो. जानकारी के मुताबिक सुपीरियर राइड क्वालिटी होने से चलती ट्रेन में पानी का गिलास तक नहीं छलक सकेगा.
– ये ट्रेन सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन युक्त होगी, यानी इसमें अलग से इंजन नहीं होता है. आगे और पीछे, दोनों तरफ लोको पायलट केबिन बने होंगे.
– इस ट्रेन में जीपीएस सिस्टम लगा होने से इसकी लोकेशन मोबाइल पर भी चेक कर सकेंगे. मोबाइल ऐप पर ट्रेन का टाइम और लोकेशन शो होगी.
– इस ट्रेन में सुरक्षा के लिहाज से CCTV कैमरे भी लगे होंगे.
– कोच के टॉयलेट वैक्यूम बेस्ड बायो टायलेट होंगे. जैसे फ्लाइट में होते हैं.
– इस ट्रेन में यूरोपियन स्टाइल चेयर लगाई गई है. एग्जीक्यूटिव क्लास की ये चेयर आरामदेह है.
– इस ट्रेन के लगेज रैक में LED डिफ्यूज लाइट्स लगी हैं, जो अक्सर फ्लाइट में लगी होती हैं.