हिमाचल प्रदेश में अगले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे। कांग्रेस की विधायक दल की मीटिंग में यह फैसला किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल प्रदेश के सीएम के रूप में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम को मंजूरी दे दी है. साथ ही प्रतिभा सिंह के समर्थक विधायक मुकेश अग्निहोत्री को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह रविवार सुबह 11 बजे होगा।
पर्यवेक्षक भूपेश बघेल और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधायक दल की मीटिंग के बाद इसकी घोषणा की है। कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह भी इस रेस में शामिल थीं लेकिन विधायकों का समर्थन सुक्खू के पक्ष में रहा।
राज्य के मनोनीत सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रदेश की जनता का शुक्रगुजार हूं। हमने हिमाचल प्रदेश की जनता से जो वादे किए हैं। उन्हें पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है। राज्य के विकास के लिए हमें काम करना है। सुक्खू ने कहा, राजनीति की जो सीढ़ियां मैंने चढ़ी हैं। उसमें गांधी परिवार का योगदान रहा है। जो वादे हमने जनता से किए उसे लागू करने की जवाबदेही मेरी है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि हाईकमान ने आज सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस विधायक दल के नेता यानी मुख्यमंत्री(हिमाचल प्रदेश का) के रूप में चयन किया है और उपमुख्यमंत्री के रूप में मुकेश अग्निहोत्री को चयन किया है।
वहीं हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा, ‘सर्वसम्मति से सारे विधायकों ने सुखविंदर सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुना है। कल उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। उपमुख्यमंत्री के रूप में मुकेश अग्निहोत्री को चुना गया है। ये आलाकमान का निर्णय है।’ कल शपथ समारोह में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे आएंगे। सभी विधायकों को भी निमंत्रित किया गया है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे चल रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू को कम से कम 25 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। सुक्खू, हमीरपुर जिले के नादौन से विधायक बने हैं। इस बार उन्होंने पांचवीं बार जीत हासिल की है। पेशे से अधिवक्ता सुक्खू की राजनीति कांग्रेस के स्टूडेंट विंग नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) से शुरू हुई थी।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में वह एनएसएयूआई के कार्यकर्ता के तौर पर राजनीतिक एंट्री ली थी। 1980 के दशक में वह एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 1989 से 1995 तक वह छात्र संगठन के अध्यक्ष रहे। इसके बाद वह यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष 1999 से 2008 तक रहे। यूथ कांग्रेस से वह मुख्य संगठन में विभिन्न पदों पर रहने के बाद प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष 2013 से 2019 तक रहे हैं। सुक्खू दो बार शिमला नगर निगम के पार्षद भी रहे हैं।