एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने इसकी सफलता पर सवाल उठा दिए हैं। सूमी में फंसे स्टूडेंट ने वीडियो जारी करके कहा है कि ये उनका आखिरी वीडियो और आखिरी अपील है। इसके बाद वे अपनी जान जोखिम में डाल कर रशिया बॉर्डर की तरफ निकल जाएंगे। इसके कुछ ही देर बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने सभी भारतीय छात्रों को सतर्क और सुरक्षित रहने के लिए कहा है। छात्र किसी सुरक्षित जगह पर रहें और अनावश्यक जोखिम ना उठाएं। विदेश मंत्रालय और हमारे दूतावास छात्रों से लगातार संपर्क में हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनवाने की कोशिश कर रहे हैं। हमने तत्काल युद्धविराम के लिए कई चैनलों के माध्यम से रूस और यूक्रेन की सरकारों पर जोरदार दबाव डाला है। आज सुबह रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में सीजफायर का ऐलान किया है, ये दोनों ही शहर सूमी से 600 किमी दूर हैं। बाकी जगहों पर गोलाबारी जारी है। वहां तक मदद भी नहीं पहुंची है। जिसके कारण इन स्टूडेंट्स ने पैदल ही निकलने का फैसला किया।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत शनिवार को 11 फ्लाइट्स आएंगी। इनमें 2,200 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जाएगा। इन फ्लाइट्स में से 10 दिल्ली में और एक मुंबई में उतरेगी। यूक्रेन के भारतीय दूतावास का कहना है कि उन्होंने खार्किव में पिसोचिन से 298 भारतीय छात्रों को निकालने के लिए बसों की व्यवस्था की है।उधर रोमानिया के एक कैम्प में इंडियन स्टूडेंट, कार्तिक, का बर्थ डे सेलिब्रेट किया गया। इससे पहले शनिवार सुबह 8 बजे तक वायुसेना के तीन C-17 कार्गो विमान 629 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं। रोमानिया के सुसिआवा से 229 भारतीयों को लेकर इंडिगो का एक विमान भी सुबह करीब 7 बजे दिल्ली पहुंचा था।उधर यूक्रेन में अपनी मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़कर भारत लौट रहे स्टूडेंट्स के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन ने बड़ी राहत दे दी। फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) पास करने वालों को देश में इंटर्नशिप के लिए फीस नहीं देनी होगी। कमीशन के उपसचिव शंभु शरण कुमार ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया। साथ ही विदेश से पढ़कर आने वाले छात्रों के लिए इंटर्नशिप की 7.5% सीटें तय की गई हैं।अब 18 नवंबर 2021 से पहले विदेश से MBBS करने वाले स्टूडेंट्स को भारत में आकर एक साल की इंटर्नशिप करनी होगी। अब तक केवल दिल्ली में इंटर्नशिप फीस नहीं देनी पड़ती थी।यूक्रेन में गोलाबारी में मारे गए MBBS स्टूडेंट नवीन के शव को वापस लाने के प्रयास जारी हैं। यह बात कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई ने कही। उन्होंने बताया कि वे भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं, इस मामले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बात की गई है।