सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ के बाद अब भारत बायोटेक की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ की राज्यों की कीमत में भी कटौती की गई है. भारत बायोटेक ने राज्य सरकार को अब कोवैक्सीन (Covaxin) 400 रुपये में देने का फैसला किया है. राज्यों को अब यह वैक्सीन (कोवैक्सीन) 600 रुपये के बजाय 400 रुपये प्रति डोज कीमत में मिलेगी.
इससे पहले हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने अपने कोविड-19 टीके कोवैक्सीन (Covaxin) की कीमत राज्य सरकारों के लिए 600 रुपये प्रति डोज और प्राइवेट अस्पतालों के लिए 1,200 रुपये प्रति डोज तय की गई थी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की ओर से राज्यों को अपनी वैक्सीन की कीमत में कमी किए जाने के बाद ‘कोवैक्सीन’ का निर्माण करने वाले भारत बायोटैक का यह फैसला सामने आया है.
ठीक एक दिन पहले सीरम इंस्टिट्यूट ने कोविशील्ड (Covishield) के दाम में 25 प्रतिशत की कटौती करते हुए 300 रुपए प्रति डोज की घोषणा की है. कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट में लिखा था, ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की ओर एक परोपकारी उद्देश्य के तहत मैं प्रति डोज कीमत 400 रुपये से घटाकर 300 रुपये कर रहा हूं. यह तुरंत प्रभावी होगी, इससे राज्यों का करोड़ों रुपये का राजस्व बच सकेगा. इससे और टीकाकरण करने और बड़ी संख्या में लोगों की जिंदगी बचाने में भी मदद मिलेगी.’
दो दिन पहले अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर एंथॉनी फॉसी (Anthony Fauci) ने कहा था कि भारतीय वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) वायरस के 617 वैरिएंट्स को बेअसर कर रही है. उन्होंने कहा ‘यह कुछ ऐसा है, जहां हम अभी भी रोज डेटा जुटा रहे हैं. लेकिन हाल ही में एक डेटा कोविड-19 का कॉन्वालैसेंट सेरा और भारत में उन लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहा था, जिन्होंने कोवेक्सीन प्राप्त की है.’ उन्होंने बताया ‘पाया गया है कि यह 617 वैरिएंट्स को बेअसर कर रही है.’ फॉसी ने कहा ‘हम भारत में जो असल मुश्किल देख रहे हैं, उसके बावजूद टीकाकरण इसके खिलाफ बहुत ही अहम एंटीडोट साबित हो सकता है.’
कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के तीसरे चरण के अंतर्गत सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को 1 मई से टीका लगवाने की इजाजत दी है, इससे पहले, केवल हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही टीका लगवाने की इजाजत थी. भारत में कोरेाना की दूसरी लहर के बीच नए केसों की संख्या तेजी से बढ़ी है, ऐसे में सरकार की कोशिश देश के अधिक से अधिक लोगों को जल्द से जल्द कोरोना का टीका लगवाने की है.